BBMB मुख्यालय पर एटक की भूख हड़ताल 43वें दिन भी जारी, आमरण अनशन का ऐलान
- लाखों की जिंक चोरी की CBI जांच की मांग उठी
- 11 मार्च से आमरण अनशन पर बैठने की घोषणा
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 19 फरवरी: भाखड़ा-ब्यास इम्प्लाइज यूनियन (एटक) द्वारा बीबीएमबी मुख्यालय, सेक्टर-19, चंडीगढ़ में कर्मचारियों की लंबित मांगों को लेकर चल रही क्रमिक भूख हड़ताल बुधवार को 43वें दिन में प्रवेश कर गई। यूनियन ने 11 मार्च से आमरण अनशन पर जाने की घोषणा कर दी है।
बुधवार को भूख हड़ताल पर बैठे बरनाला यूनिट के अजैब सिंह और दिधार सिंह को भिवानी यूनिट के राजिंदर कुमार और विरेंद्र सिंह ने जूस पिलाकर उठाया। इसके बाद विरेंद्र सिंह और राजिंदर कुमार को यूनियन के पदाधिकारियों द्वारा हार पहनाकर 24 घंटे के लिए अनशन पर बैठाया गया।
मांगें पूरी न होने पर संघर्ष जारी रखने का ऐलान
यूनियन के कानूनी सलाहकार कां. मोहन लाल वर्मा ने कहा कि संघर्ष को 43 दिन हो चुके हैं, लेकिन बोर्ड प्रबंधन ने अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि हाल ही में हुई यूनियन और प्रबंधन की बैठक में अनधिकृत लोगों को बुलाया गया, जिसके चलते महासचिव सुरेश कुमार सैनी ने बैठक का बहिष्कार कर दिया।
यूनियन प्रतिनिधियों ने मांगें पूरी होने तक संघर्ष जारी रखने का निर्णय लिया है। 16 फरवरी 2025 को हुई वर्किंग कमेटी की बैठक में तय किया गया कि 10 मार्च तक क्रमिक भूख हड़ताल जारी रहेगी, और 11 मार्च को आमरण अनशन शुरू किया जाएगा। इसके लिए 17 फरवरी 2025 को पत्र जारी कर बीबीएमबी प्रशासन को सूचित कर दिया गया है।
लाखों की जिंक चोरी पर CBI जांच की मांग
यूनियन महासचिव सुरेश कुमार सैनी ने बीबीएमबी नंगल डैम प्रोजेक्ट के स्टोर डिवीजन से लाखों रुपए के जिंक और अन्य सामान की चोरी का मुद्दा उठाया और सीबीआई से निष्पक्ष जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि इस मामले में संबंधित अधिकारियों को सस्पेंड कर जांच पूरी होने तक ड्यूटी पर न बुलाया जाए।
नंगल में भी जारी है भूख हड़ताल
बीबीएमबी डेलीवेज वर्कर्स यूनियन, नंगल ने भी अपनी मांगों को लेकर मुख्य अभियंता, भाखड़ा बांध के कार्यालय के बाहर 6 फरवरी से क्रमिक भूख हड़ताल शुरू कर रखी है, जो अब 14वें दिन में प्रवेश कर चुकी है।
यूनियन नेताओं ने साफ कर दिया है कि जब तक कर्मचारियों की लंबित मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक यह संघर्ष जारी रहेगा।
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