पंचकूला: स्नैचिंग गैंग का मास्टरमाइंड गिरफ्तार, पुलिस पर फायरिंग कर हुआ घायल, सात घटनाओं में था शामिल
रमेश गोयत
पंचकूला, 05 मार्च। पंचकूला पुलिस ने एक शातिर स्नैचिंग गैंग के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है, जो शहर में हुई सात स्नैचिंग की घटनाओं में शामिल था। आरोपी की पहचान हैप्पी पुत्र रविन्द्र पाल, निवासी मौली जांगरा, चंडीगढ़ के रूप में हुई है। इस गैंग के तीन अन्य सदस्य पहले से पुलिस की गिरफ्त में हैं।
पुलिस को सूचना मिली थी कि स्नैचिंग गैंग का सरगना हैप्पी बाइक पर सवार होकर सेक्टर-20 पंचकूला में स्नैचिंग की योजना बना रहा है। इस पर क्राइम ब्रांच 19 की टीम ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए जाल बिछाया और नाका लगाकर आरोपी को पकड़ा। जैसे ही पुलिस ने आरोपी को रोकने की कोशिश की, उसने पुलिस टीम पर जानलेवा हमला करते हुए तीन बार फायरिंग की। फायरिंग में एक गोली पुलिस की गाड़ी पर जा लगी, लेकिन पुलिस की जवाबी कार्रवाई में आरोपी को गोली लग गई और वह घायल हो गया। पुलिस ने उसे तुरंत काबू किया और अवैध पिस्टल तथा मोटरसाइकिल बरामद की।
घायल आरोपी को उपचार के लिए सेक्टर-6 स्थित सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, और फिलहाल वह चंडीगढ़ के पीजीआई अस्पताल में उपचाराधीन है। आरोपी के खिलाफ थाना रायपुर रानी में भारतीय दंड संहिता की धारा 109(1), 132, 221 और आर्म्स एक्ट की धारा 25 व 27 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
स्नैचिंग की घटनाओं में मास्टरमाइंड था हैप्पी
पुलिस जांच में यह बात सामने आई कि हैप्पी शहर में हुई सात प्रमुख स्नैचिंग की घटनाओं का मास्टरमाइंड था। ये घटनाएँ इस प्रकार थीं:
11 फरवरी को सेक्टर-11 के रिहायशी इलाके में एक महिला से कैश, मोबाइल और ज्वैलरी छीनी गई।
16 जनवरी को सेक्टर-9 मार्किट में महिला से कैश, एटीएम कार्ड और मोबाइल छीना गया।
13 फरवरी को सेक्टर-15 में महिला से कैश और मोबाइल छीना गया।
21 जनवरी को सेक्टर-16 बुढ़नपुर में एक व्यक्ति से मोबाइल छीना गया।
3 फरवरी को सेक्टर-10 में महिला से दो मोबाइल छीने गए।
सेक्टर-17 में एक महिला से मोबाइल स्नैचिंग की घटना हुई।
11 फरवरी को सेक्टर-7 में महिला से एटीएम और मोबाइल छीने गए।
गैंग के अन्य सदस्य पहले से पुलिस गिरफ्त में
इस गैंग के तीन अन्य आरोपी पहले से पुलिस की गिरफ्त में हैं। इन आरोपियों में राहुल उर्फ चेचली, जो कि गांव बरसोला, जिला जींद का रहने वाला है, अंकित पुत्र जगत सिंह, निवासी सेक्टर-14 पंचकूला, और आकाश, निवासी मौली जांगरा, शामिल हैं। इन आरोपियों से पुलिस ने 14,700 रुपये भी बरामद किए थे। यह आरोपी भी स्नैचिंग की घटनाओं में शामिल थे और अपनी बाइक का इस्तेमाल कर फरार हो जाते थे।
कैसे काम करता था स्नैचिंग गैंग
पुलिस के मुताबिक, आरोपी अपने निशाने पर महिलाओं को रखते थे और उन्हीं से मोबाइल, ज्वैलरी, पर्स आदि स्नैच कर लेते थे। स्नैचिंग के बाद, ये आरोपी बाइक पर सवार होकर फरार हो जाते थे। इन सभी घटनाओं में आरोपियों ने बिना नंबर प्लेट वाली या नंबर प्लेट ढक कर बाइक का इस्तेमाल किया था, ताकि उन्हें पकड़ना मुश्किल हो सके।
आगे की जांच जारी
पुलिस अब इस मामले की गहनता से जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आरोपी ने अवैध हथियार कहां से खरीदी और इन सात घटनाओं के अलावा भी किसी अन्य स्नैचिंग वारदात में उनकी भूमिका थी या नहीं। पुलिस टीम अब इस गैंग के अन्य सदस्यों और उनके द्वारा किए गए अन्य अपराधों की भी जांच कर रही है।
पुलिस की कार्रवाई पर उच्च अधिकारियों का आदेश
पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों ने स्नैचिंग की घटनाओं पर रोकथाम के लिए सभी थाना प्रभारियों और क्राइम ब्रांच इंचार्ज को निर्देश दिए थे कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में गश्त बढ़ाएं और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखें। इसके साथ ही, बिना नंबर प्लेट वाले वाहनों और ट्रिंपलिंग करते हुए बाइक चालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
पुलिस ने इस ऑपरेशन को पूरी सख्ती से अंजाम दिया और अपराधियों को पकड़कर एक बड़ा कदम उठाया है, जो शहर में बढ़ती स्नैचिंग की घटनाओं पर काबू पाने में मददगार साबित होगा।
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