सहकारिता आंदोलन: महिलाओं की वित्तीय आज़ादी की कुंजी
पंचकूला में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सहकारिता विभाग का भव्य आयोजन
रमेश गोयत
पंचकूला, 8 मार्च – अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर रजिस्ट्रार सहकारी समितियां हरियाणा द्वारा पंचकूला में एक प्रेरणादायक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर हार्कोफेड, हाउसफेड, डेयरीफेड, लेबरफेड और हैफेड सहित विभिन्न शीर्ष सहकारी संघों की महिला अधिकारी और कर्मचारी बड़ी संख्या में शामिल हुईं।
महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता को बढ़ावा
कार्यक्रम में सहकारी समितियों हरियाणा के रजिस्ट्रार, राजेश जोगपाल ने महिलाओं की वित्तीय स्वतंत्रता पर जोर देते हुए कहा,
"वित्तीय स्वतंत्रता सिर्फ एक लक्ष्य नहीं, बल्कि महिलाओं को सशक्त बनाने की यात्रा है। सहकारी आंदोलन इस बदलाव के लिए एक मजबूत उत्प्रेरक है, जो महिलाओं को अपने जीवन की ज़िम्मेदारी लेने, स्वतंत्र निर्णय लेने और अपने आर्थिक भविष्य को संवारने में मदद करता है।"
महिला समितियों को मिला माइक्रो एटीएम
इस अवसर पर दूध उत्पादक सहकारी समितियों से संबंधित आठ महिला समितियों को माइक्रो एटीएम वितरित किए गए। जिला केंद्रीय सहकारी बैंक पंचकूला की इस पहल का उद्देश्य महिलाओं को डिजिटल वित्तीय लेन-देन की सुविधा देना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।
विशिष्ट अतिथियों का प्रेरणादायक संदेश
कार्यक्रम में अतिरिक्त रजिस्ट्रार सहकारी समितियां (आरसीएस) कविता धनखड़ ने सहकारी पहलों में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी की सराहना की और समानता व सशक्तिकरण के महत्व को रेखांकित किया।
इस आयोजन में संयुक्त रजिस्ट्रार रणबीर सिंह और नरेश गोयल, हाउसफेड के प्रबंध निदेशक योगेश शर्मा, लेबर फेड के वीरेंद्र दहिया, और जिला केंद्रीय सहकारी बैंक पंचकूला के सीईओ संजीव चौहान सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
सहकारी आंदोलन से समृद्ध भविष्य की ओर कदम
कार्यक्रम में वक्ताओं ने सामूहिक रूप से सहकारी आंदोलन की महिला सशक्तिकरण के प्रति प्रतिबद्धता को दोहराया। यह आयोजन महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और उनके उत्थान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।
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