श्री आनंदपुर साहिब से जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गर्गज का ऐलान, पढ़ें पूरी खबर
बाबूशाही नेटवर्क
श्री आनंदपुर साहिब, 15 मार्च, 2025 - जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गर्गज ने श्री आनंदपुर साहिब की प्राचीर से बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि बैसाखी के अवसर पर संगत को गुरु पंथ के साथ जोड़ने के लिए बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन गरीब सिखों के घरों से शुरू किया जाएगा। उन्होंने सभी सिख संगठनों से इस आंदोलन में और अधिक सक्रियता से सहयोग करने की अपील की।
उन्होंने कहा कि आज पंजाब में नशे की छठी नदी बह रही है। माझा की धरती पर भी धर्म परिवर्तन हो रहा है जो बहुत बुरी बात है। पंजाबी मातृभाषा पर बोलते हुए जत्थेदार ने कहा कि आज हम अपनी भाषा के प्रति उदासीन होते जा रहे हैं। उन्होंने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी से अपील की कि वह नई शिक्षा नीति पर चर्चा के लिए विशेषज्ञों से सुझाव लें और इस बात पर विचार करें कि यह शिक्षा नीति हमारे पंजाब के हक में है या नहीं।
जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह ने कहा कि पंजाब हमारी मातृभूमि है। 1947 में हम उजड़ गये, हमारे गुरु का घर, जो हमारी आत्मा को प्रिय था, हमसे अलग हो गया। उन्होंने बड़ा दावा करते हुए कहा कि पंजाब पर इस समय पंजाब विरोधी ताकतों का कब्जा है, बाहरी लोग आकर पंजाब पर कब्जा कर रहे हैं। पंथ विरोधी ताकतें हमारे धार्मिक स्थलों पर कब्जा करना चाहती हैं। तख्त की प्राचीर से जत्थेदार ने घोषणा की कि वह पंथ विरोधी ताकतों को गुरुद्वारों पर कब्जा नहीं करने देंगे।
इसके साथ ही जत्थेदार ने कहा कि सिख विरोधी खेमे हमें बांटना चाहते हैं और उन्हें रोकना हमारा कर्तव्य है। मौड़ बम विस्फोट के बारे में बोलते हुए जत्थेदार ने कहा कि सिरसा में साध के डेरे में जो वाहन तैयार किया गया था, उसी ने विस्फोट को अंजाम दिया था। यद्यपि मौर बम विस्फोट को कागजों में आतंकवादी हमला बताया गया है, परन्तु अभी तक न्याय नहीं हुआ है।
जत्थेदार ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने पिछले चुनावों के दौरान जेलों में बंद सिखों को रिहा करने का वादा किया था, जो करीब 6 साल से पूरा नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि जब भी कुछ हासिल करना होता है तो एकता जरूरी होती है। हमारी एकता की कमी के कारण ही आज दिल्ली हमें दबा रही है।
केके
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here →
Click to Follow हिन्दी बाबूशाही फेसबुक पेज →