पिंजौर - बद्दी - नालागढ़ फोरलेन का अभी तक केवल 38.60 प्रतिशत कार्य पूरा हुआ 61.40 प्रतिशत काम बकाया
शिवालिक विकास मंच प्रदेश अध्यक्ष विजय बंसल के प्रयासों से हो रहा पिंजोर- नालागढ़ फोरलेन का निर्माण कार्य
कांग्रेस के शासनकाल में मंजूर हुए फोरलेन को बीजेपी सरकार ने अधिक खर्च आने का हवाला देकर परियोजना को डाल दिया था ठंडा बस्ते में - विजय बंसल
विजय बंसल ने अनेक ज्ञापन देकर और लीगल नोटिस भेज कर निर्माण कार्य आरंभ करने के लिए मजबूर किया था एनएचएआई को
विजय बंसल एडवोकेट ने की फोरलेन निर्माण कार्य का जल्द काम पूरा करने की मांग
रमेश गोयत
पंचकूला/पिंजौर 9 जनवरी 2025। चंडीगढ़- शिमला नेशनल हाईवे से हिमाचल प्रदेश बद्दी, बरोटी वाला औद्योगिक क्षेत्र जाने के लिए पिंजौर से होकर गुजरने वाले वाहनों के लिए एकमात्र डबल लेन पिंजोर- नालागढ़ नेशनल हाईवे पर प्रतिदिन हजारों वाहन आते जाते हैं। इसलिए इस मार्ग पर नाकेवल हमेशा ट्रैफिक जाम की समस्या बनी रहती है बल्कि प्रतिदिन यहां पर कोई ना कोई छोटा या बड़ी दुर्घटनाएं भी होती रहती हैं। इसलिए कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में पिंजौर से बद्दी, नालागढ़ तक के लगभग 35 किलोमीटर लंबे नेशनल हाईवे को फोरलेन बनाने की परियोजना को मंजूरी दी गई थी इसके लिए कुछ राशि भी जारी कर दी गई थी। शिवालिक विकास मंच प्रदेश अध्यक्ष विजय बंसल एडवोकेट नहीं बताया कि भाजपा सरकार ने इस परियोजना पर अधिक खर्च आने का हवाला देते हुए इस परियोजना को ठंडा बस्ते में डाल दिया था। लेकिन शिवालिक विकास मंच प्रदेश अध्यक्ष विजय बंसल एडवोकेट के प्रयासों से हालांकि लगभग 2 वर्ष पूर्व बाईपास निर्माण कार्य तो आरंभ हो गया था लेकिन इसका काम कछुआ चाल से चलने के कारण लोगों को इस नेशनल हाईवे पर ट्रैफिक जाम और प्रतिदिन होने वाली दुर्घटनाओं से निजात मिलने में देरी हो रही है। इसी के मध्य नजर विजय बंसल एडवोकेट ने निर्माण कार्य की मौजूदा स्थिति जानने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण प्रोजेक्ट डायरेक्टर शिमला से आरटीआई एक्ट 2005 के तहत जानकारी मांगी थी। जिसमें प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक पिंजौर, बद्दी, नालागढ़ फोरलेन का निर्माण कार्य मात्र 38.60 प्रतिशत ही पूरा हुआ है जबकि 61.40 प्रतिशत निर्माण कार्य बकाया पड़ा है।
विजय बंसल एडवोकेट ने बताया कि उन्होंने एनएचएआई विभाग से प्रश्न पूछे थे जिनका जवाब आ चुका है। प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने पूछे गए प्रश्न की जानकारी देते हुए बताया कि इस परियोजना पर विभाग का कुल 1692 करोड़ रुपए की लागत आने का अनुमान है। गत 31 दिसंबर 2024 तक फोरलेन निर्माण कार्य पर खर्च की गई राशि का विवरण देते हुए विभाग ने बताया कि इसके लिए डीपीआर पर 31 लाख रुपए खर्च आए हैं जबकि भूमि अधिग्रहण पर 560.05 करोड रुपए का खर्च आ चुका है, निर्माण कार्य की सुपरविजन और कंसलटेंट पर लगभग 5.76 करोड़ रुपए सिविल कार्य पर 225.59 करोड रुपए और अन्य खर्चो पर लगभग 9.06 करोड रुपए की राशि खर्च की जा चुकी है।
विजय बंसल ने बताया कि इस 35 किलोमीटर लंबे फोरलेन के रास्ते में आने वाले गांवो और कस्बों को जोड़ने के लिए सड़क पर कट आदि देने की मांग करते कई ग्रामीणों ने विजय बंसल एडवोकेट को ज्ञापन सौंपे थे जिसके बाद विजय बंसल ने केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्रालय को मांग पत्र भेजकर गांवो को कट देने की मांग की थी। इसी विषय पर विजय बंसल ने जानकारी मांगी थी कि रास्ते में पड़ने वाले गांव और कस्बों को कट देने के लिए कहां-कहां और कौन से प्रावधान की क्या योजना है इस पर जवाब देते हुए विभाग ने बताया कि रास्ते में आने वाले गांवो और कस्बों को जोड़ने के लिए कट आदि का प्रावधान ईपीसी कांट्रैक्ट एग्रीमेंट के अनुसार किया जाएगा। यानी सभी गांवो के प्रमुख रास्तों को कट दिए जाएंगे। इसके अलावा लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व तेज बारिश के बाद किरतपुर नदी मे आई भीषण बाढ़ में किरतपुर नदी का पुल टूट गया था इस पुल का निर्माण कब तक पूरा हो जाएगा इस विषय पर प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने बताया कि 7.706 किलोमीटर पर स्थित निर्माणाधीन किरतपुर नदी के पुल का निर्माण कार्य आगामी मार्च 2025 तक पूरा होने का अनुमान है।
विजय बंसल ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से पिंजोर- नालागढ़ को फौरलेन बनाने की परियोजना का कार्य जल्द पूरा करने की मांग करते हुए कहा कि सरकार ने पहले तो जमीनों की अधिक कीमत होने का हवाला देते हुए इस महत्वपूर्ण परियोजना को ही ठंडे बस्ते में डाल दिया था लेकिन उन्होंने जब इस विषय में विभाग से फोरलेन जल्द बनाने को कहा तो उन्होंने फोरलेन की चौड़ाई को कम करते हुए परियोजना का निर्माण कार्य आरंभ कर दिया था। पहले यह फोरलेन 45 मीटर चौड़ा बनना था लेकिन इसे 6 मीटर कम कर दिया गया था अब इसे 39 मीटर चौड़ा बनाया जा रहा है।
विजय बंसल ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र के लिए पिंजौर से होकर गुजरने वाले प्रतिदिन हजारों वाहनों के कारण पिंजौर में ट्रैफिक जाम की समस्या आ रही है इतना ही नहीं पिछले कुछ वर्षों में ही पिंजौर से नालागढ़ तक अनेक सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी है जिनमें अनेक कीमती जाने जा चुकी है और कई लोग घायल भी हो चुके हैं। वाहनों का नुकसान भी इसमें जोड़ा जाए तो यह बहुत बड़ी समस्या धीरे-धीरे विकराल रूप धारण कर चुकी थी। उन्होंने बताया कि इस मार्ग पर पिंजौर दून क्षेत्र दर्जनों गांव सहित हिमाचल प्रदेश के भी कई गांवों और कस्बे पड़ते हैं गांव और कस्बों के निवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए इस मार्ग को जल्द से जल्द बनाया जाना अति आवश्यक है।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here →
Click to Follow हिन्दी बाबूशाही फेसबुक पेज →