चंडीगढ़ में खेलों के विकास को मिलेगी नई दिशा: बहुउद्देश्यीय हॉल, ओलंपिक आकार के स्विमिंग पूल और खिलाड़ियों के लिए छात्रावास बनाने का प्रस्ताव
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 9 जनवरी 2025।
चंडीगढ़ के प्रशासक और पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया की अध्यक्षता में सेक्टर-9 स्थित चंडीगढ़ सचिवालय में खेल विभाग, शहरी योजना विभाग और इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों की एक अहम बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में चंडीगढ़ के सेक्टर-42 स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में बहुउद्देश्यीय हॉल, खिलाड़ियों (लड़कों और लड़कियों) के लिए छात्रावास और ओलंपिक आकार के स्विमिंग पूल के निर्माण से संबंधित प्रस्तावों पर चर्चा की गई।
चंडीगढ़ को देश के खेल केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए प्रशासक के दृष्टिकोण के अनुरूप, खेल विभाग, शहरी योजना विभाग और इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों की एक टीम ने 02 जनवरी 2025 को ताऊ देवी लाल स्टेडियम, पंचकूला और राष्ट्रीय खेल संस्थान, पटियाला में खेल सुविधाओं का दौरा किया था। इन सुविधाओं का दौरा करने के बाद खेल विभाग ने स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, सेक्टर 42, चंडीगढ़ में बहुउद्देशीय हॉल, खिलाड़ियों (लड़कों और लड़कियों) के लिए छात्रावास और ओलंपिक आकार के स्विमिंग पूल के विकास के लिए प्रस्ताव तैयार किए हैं। इन प्रस्तावों को इस बैठक में यूटी चंडीगढ़ के प्रशासक को प्रस्तुत किया गया।
खेल सुविधाओं का विस्तार:
बैठक में बताया गया कि चंडीगढ़ के 21 खेल परिसरों में विभिन्न खेलों के लिए उत्कृष्ट सुविधाएं उपलब्ध हैं, लेकिन राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खेल आयोजनों के लिए एक आधुनिक बहुउद्देश्यीय हॉल और ओलंपिक स्विमिंग पूल की लंबे समय से मांग थी। इनकी स्थापना के लिए सेक्टर-42 स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में 20 एकड़ भूमि निर्धारित की गई है।
प्रस्तावित बहुउद्देश्यीय हॉल में बैडमिंटन, जूडो, बॉक्सिंग, कुश्ती, टेबल टेनिस, तलवारबाजी, वॉलीबॉल, बास्केटबॉल, हैंडबॉल, कबड्डी, नेटबॉल, ताइक्वांडो और जिम्नास्टिक जैसे खेलों के लिए अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप सुविधाएं होंगी। ओलंपिक स्विमिंग पूल के निर्माण से तैराकी के क्षेत्र में प्रतिभाओं को नया मंच मिलेगा।
"खेलो इंडिया" योजना के तहत फंडिंग का प्रस्ताव:
प्रशासक ने इन प्रस्तावों की सराहना करते हुए निर्देश दिया कि इस परियोजना के लिए विस्तृत प्रस्ताव तैयार किया जाए और इसे "खेलो इंडिया" योजना के तहत फंडिंग के लिए युवा मामले और खेल मंत्रालय को भेजा जाए।
युवाओं को नशे से बचाने की पहल:
कटारिया ने चंडीगढ़ में खेल संस्कृति को मजबूत करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "खेल न केवल युवाओं की ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में मोड़ते हैं बल्कि नशे और अन्य सामाजिक बुराइयों से बचाने में भी मददगार होते हैं।" उन्होंने प्रतिष्ठित खिलाड़ियों को रोजगार देने के लिए नीति तैयार करने और खेल संघों के सुझावों को प्राथमिकता पर लागू करने का निर्देश दिया। यह परियोजना चंडीगढ़ को देश का प्रमुख खेल केंद्र बनाने और युवाओं को खेलों में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।
बैठक में शामिल प्रमुख अधिकारी:
इस अवसर पर मुख्य सचिव राजीव वर्मा, खेल सचिव प्रेरणा पुरी, प्रशासक के विशेष सचिव अभिजीत विजय चौधरी, खेल निदेशक सोरभ कुमार अरोड़ा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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