चंडीगढ़ के कमजोर वर्गों के बजट में कटौती पर SIA ने की चिंता
बाबूशाही ब्यूरो
चंडीगढ़, 3 फरवरी 2025 – सेकंड इनिंग्स एसोसिएशन (SIA) ने केंद्र शासित प्रदेश के समाज के कमजोर वर्गों के प्रति बजटीय उपेक्षा को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है। संगठन के अध्यक्ष आर.के. गर्ग ने प्रशासन से बजट कटौती की समीक्षा करने और इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों को प्राथमिकता देने की मांग की है।
तीन वर्षों से बजटीय आवंटन में कमी
चंडीगढ़, जो गृह मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में है, को हर साल विभिन्न मदों के लिए विशिष्ट उपयोग हेतु बजट आवंटित किया जाता है। लेकिन, पिछले तीन वर्षों से महिलाओं, बच्चों, दिव्यांगों और वरिष्ठ नागरिकों से जुड़े क्षेत्रों के बजट में लगातार कटौती हो रही है।
2025 के बजट में 30 लाख रुपये की भारी कटौती की गई, जिससे समाज के इन वर्गों की कल्याणकारी योजनाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की आशंका है।
प्रमुख बजटीय कटौतियां
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महिलाओं और बच्चों के कल्याण पर असर
- 2023: ₹47.34 करोड़
- 2024: ₹40.61 करोड़
- 2025: ₹35.04 करोड़
- पूंजीगत शीर्ष का बजट भी ₹14.02 करोड़ (2024) से घटाकर ₹7.67 करोड़ (2025) कर दिया गया।
- इसमें वृद्धों और बेसहारा लोगों के लिए इमारतों व घरों के निर्माण एवं जीर्णोद्धार, क्रेच, बाल गृह आदि शामिल हैं।
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दिव्यांगों और वृद्धों के लिए राष्ट्रीय योजनाओं पर असर
- 2023: ₹26.31 करोड़
- 2024: ₹20.35 करोड़
- 2025: ₹19.85 करोड़
- इसमें राष्ट्रीय परिवार लाभ, राष्ट्रीय सामाजिक सहायता, विकलांगता अधिनियम, एनआरआरपीओ और अन्य सहायता योजनाएं शामिल हैं।
SIA की मांग
आर.के. गर्ग ने कहा कि चंडीगढ़ को एक कल्याणकारी राज्य के रूप में कमजोर वर्गों की देखभाल करनी चाहिए। उन्होंने प्रशासन से बजटीय कटौती की समीक्षा करने और जरूरतमंदों को प्राथमिकता देने की अपील की।
SIA ने प्रशासक से तत्काल हस्तक्षेप करने और इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों के लिए पर्याप्त बजट सुनिश्चित करने की मांग की है ताकि महिलाओं, बच्चों, दिव्यांगों और वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण में बाधा न आए।
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