अमेरिका में ट्रंप प्रशासन की बड़ी कार्रवाई, 205 भारतीयों को किया डिपोर्ट
बाबूशाही ब्यूरो
वाशिंगटन, 04 फरवरी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने चुनावी वादे के तहत मास डिपोर्टेशन योजना को लागू करते हुए अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। इस योजना के तहत अमेरिका से 18,000 भारतीयों को डिपोर्ट किया जाना है, जिनमें से 205 भारतीयों को लेकर सी-17 सैन्य विमान टेक्सास से रवाना हो चुका है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिकी प्रशासन ने करीब 15 लाख अवैध प्रवासियों की पहचान कर ली है, जिन्हें देश से निकाला जाएगा। इस कड़ी में भारत सरकार द्वारा सत्यापित भारतीय नागरिकों को वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। ट्रंप प्रशासन ने इमिग्रेशन कानूनों को कड़ा करते हुए सैन्य विमानों के जरिए प्रवासियों को वापस भेजने का आदेश दिया है।
भारतीय प्रवासियों पर असर
विशेषज्ञों के अनुसार, ट्रंप की इस नीति से अमेरिका में रह रहे हजारों भारतीय प्रभावित होंगे, जिनमें वे लोग भी शामिल हैं जो बिना दस्तावेजों के रह रहे हैं। अमेरिका द्वारा जारी किए जाने वाले एच-1बी वीजा पर भारतीयों का दबदबा है, लेकिन इस कड़े रुख से कुशल श्रमिकों पर भी असर पड़ सकता है।
सैन्य उड़ानों का इस्तेमाल
पेंटागन के अनुसार, अमेरिका से 5,000 से अधिक प्रवासियों को निर्वासित करने के लिए सैन्य उड़ानें चलाई जा रही हैं। एल पासो (टेक्सास) और सैन डिएगो (कैलिफोर्निया) से लगातार उड़ानें संचालित की जा रही हैं। ट्रंप ने पिछले सप्ताह आपातकालीन घोषणा के तहत सैन्य निर्वासन उड़ानें शुरू की थीं, जिसके तहत लैटिन अमेरिकी देशों के लिए पहले ही छह विमानों में प्रवासियों को भेजा जा चुका है।
मोदी से ट्रंप की बातचीत
राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत के दौरान कहा कि भारत सरकार अमेरिकी कानूनों का सम्मान करेगी और अवैध भारतीय अप्रवासियों की वापसी के लिए उचित कदम उठाएगी।
कनाडा, मैक्सिको और चीन पर टैरिफ का दबाव
ट्रंप प्रशासन न केवल इमिग्रेशन पर बल्कि कनाडा, मैक्सिको और चीन के साथ व्यापार नीतियों पर भी सख्त रुख अपना रहा है। ट्रंप ने मैक्सिको और कनाडा से आयात पर 25% अतिरिक्त शुल्क लगाने की घोषणा की थी, हालांकि, कनाडा को फिलहाल एक महीने की राहत दी गई है। वहीं, मैक्सिको ने 10,000 सैनिकों को सीमा पर तैनात करने का वादा किया ताकि अमेरिका में अवैध प्रवासियों के प्रवेश को रोका जा सके।
क्या है ट्रंप की नीति?
राष्ट्रपति ट्रंप ने चुनाव प्रचार के दौरान ही स्पष्ट कर दिया था कि अगर वे फिर से चुने जाते हैं, तो अमेरिका में सबसे बड़ा निर्वासन अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत बिना वैध दस्तावेजों के रह रहे प्रवासियों को हिरासत में लेकर वापस भेजा जाएगा।
ट्रंप प्रशासन की इस कार्रवाई से अमेरिका में रह रहे प्रवासियों के बीच भय और अनिश्चितता का माहौल है। भारत सरकार भी इस मामले पर निकटता से नजर बनाए हुए है।
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