चंडीगढ़ में विदेश भेजने के नाम पर ठगी का गोरखधंधा, हर सेक्टर में फर्जी वीजा ऑफिस
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 04 फरवरी। विदेश जाने की चाह रखने वालों के साथ ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। पिछले एक साल में ही चंडीगढ़ पुलिस ने सैकड़ों फर्जी वीजा एजेंटों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं, लेकिन इसके बावजूद हर सेक्टर में बिना अनुमति के नए-नए वीजा ऑफिस खुल रहे हैं। जिला उपायुक्त के आदेशों की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, और अवैध इमिग्रेशन एजेंसियों का जाल तेजी से फैल रहा है।
ताजा मामला: लक्जमबर्ग भेजने के नाम पर 8.76 लाख की ठगी
ताजा मामला सेक्टर 11, चंडीगढ़ की एक महिला के साथ हुई ठगी का है। शिकायतकर्ता के अनुसार, साहिल संधू और उनकी वीजा कंसल्टेंसी ईआईसी वीजा (एससीओ-17, सेक्टर 7सी, चंडीगढ़) ने लक्जमबर्ग का वर्क परमिट दिलाने के नाम पर ₹8,76,880 की ठगी कर ली। जब महिला को न तो वीजा मिला और न ही पैसे वापस किए गए, तो उसने सेक्टर 26 पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई।
पुलिस ने साहिल संधू और अन्य के खिलाफ धारा 318(4), 336(3), 340(2), 61(2) और 24 इमिग्रेशन एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। मामले की जांच जारी है और पुलिस अन्य पीड़ितों से भी सामने आने की अपील कर रही है।
हर सेक्टर में धड़ल्ले से चल रहे फर्जी वीजा ऑफिस
चंडीगढ़ प्रशासन ने पहले ही आदेश जारी किए थे कि बिना डीसी की अनुमति के कोई भी वीजा कंसल्टेंसी संचालित नहीं होगी, लेकिन इस नियम का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है। सेक्टर 17, 22, 34 और 43 जैसे इलाकों में कई एजेंसियां बिना किसी वैध लाइसेंस के विदेश जाने की लालसा रखने वाले लोगों को फंसाने का काम कर रही हैं।
कैसे चल रहा है यह गोरखधंधा?
नकली जॉब ऑफर लेटर – फर्जी कंपनियों के नाम पर विदेशों में नौकरी का झांसा दिया जाता है।
अवैध वर्क परमिट – सस्ते दामों पर वीजा दिलाने का दावा किया जाता है, लेकिन असल में यह फर्जी होता है।
फर्जी स्टडी वीजा – नकली एडमिशन लेटर और गलत दस्तावेजों के आधार पर स्टूडेंट वीजा देने का दावा।
फ्रॉड निवेश वीजा स्कीम – लोगों को विदेश में निवेश करवाने के नाम पर ठगना।
प्रशासन और पुलिस पर उठ रहे सवाल
पिछले एक साल में सैकड़ो मामलों में मामले दर्ज होने के बावजूद प्रशासन इस अवैध कारोबार पर सख्ती से लगाम लगाने में नाकाम दिख रहा है। लोगों की मेहनत की कमाई लूटने वाले इन ठगों के खिलाफ क्या ठोस कार्रवाई होगी, यह देखने वाली बात होगी।
पीड़ितों से अपील
अगर आप भी वीजा फ्रॉड का शिकार हुए हैं या किसी संदेहास्पद वीजा कंसल्टेंसी के बारे में जानते हैं, तो तुरंत चंडीगढ़ पुलिस या जिला उपायुक्त कार्यालय को सूचित करें। किसी भी एजेंसी को पैसे देने से पहले उसके लाइसेंस और विश्वसनीयता की पूरी जांच करें।
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