चंडीगढ़ में पुनर्गठित प्रशासक सलाहकार परिषद की पहली बैठक आयोजित
शहर के विकास के लिए सहयोगात्मक भागीदारी जरूरी – प्रशासक
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 04 फरवरी 2025: पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया की अध्यक्षता में प्रशासक सलाहकार परिषद की पहली बैठक मंगलवार को होटल माउंटव्यू में आयोजित की गई। बैठक में शहर के समग्र विकास के लिए नीतिगत मुद्दों पर व्यापक चर्चा हुई।
बैठक की शुरुआत में यूटी चंडीगढ़ के मुख्य सचिव, आईएएस राजीव वर्मा ने परिषद की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि यह मंच प्रशासनिक दक्षता बढ़ाने और शहर की प्रगति को गति देने के लिए कार्य करेगा। उन्होंने परिषद के सदस्यों से स्वास्थ्य, शिक्षा, खेल, पर्यटन और परिवहन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में अपने सुझाव साझा करने का आग्रह किया।
शहर के विकास के लिए सहयोगात्मक दृष्टिकोण आवश्यक – प्रशासक
प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने शहर से जुड़े मुद्दों और चुनौतियों को हल करने के लिए सामूहिक भागीदारी की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा,
"हमारा लक्ष्य ऐसी नीतियां विकसित करना है जो शासन को अधिक प्रभावी बनाएं और नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करें। हम विशेषज्ञों और नागरिकों के साथ मिलकर चंडीगढ़ को एक बेहतर शहर बनाने के लिए कार्य करेंगे।"
प्रमुख चर्चाएं और सुझाव
बैठक के दौरान परिषद के सदस्यों ने कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए, जिनमें शामिल हैं:
शासन में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने के उपाय।
शहर में स्वच्छता और मौजूदा स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार।
शिक्षा प्रणाली को और अधिक मजबूत बनाना।
स्टार्टअप नीति, कौशल विकास और उद्यमिता को बढ़ावा देना।
चंडीगढ़ को 'झुग्गी मुक्त' और 'भिखारी मुक्त' बनाने के प्रयास।
दिव्यांगों और बुजुर्गों के लिए एक समावेशी नीति का निर्माण।
सार्वजनिक सुरक्षा और साइबर अपराध रोकथाम के उपाय।
चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड (सीएचबी) की आवासीय इकाइयों में आवश्यक संशोधन।
शहर के विकास को नागरिकों की बदलती जरूरतों के अनुसार ढालने पर जोर।
चंडीगढ़ को 'शिक्षा केंद्र', 'खेल केंद्र' और 'चिकित्सा पर्यटन केंद्र' के रूप में विकसित करने की योजना।
हरित क्षेत्र बढ़ाने और वृक्षारोपण को प्रोत्साहित करने की पहल।
चंडीगढ़ को आधुनिक शहर बनाने का संकल्प
बैठक में प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने कहा,"हमें चंडीगढ़ को एक आधुनिक शहर में बदलने के लिए सामूहिक प्रयास करने होंगे। हमारा लक्ष्य है कि चंडीगढ़ को शहरी विकास, स्थिरता और नागरिक-केंद्रित शासन का एक बेंचमार्क बनाया जाए। इसके लिए नागरिकों की भागीदारी और नवीन नीति समाधानों को अपनाना जरूरी है।"
वरिष्ठ अधिकारी और गणमान्य लोग रहे मौजूद
बैठक में चंडीगढ़ की मेयर हरप्रीत कौर बबला, राज्यपाल के प्रधान सचिव विवेक प्रताप सिंह, आईएएस, डीजीपी सुरेंद्र सिंह यादव, आईपीएस, गृह सचिव मंदीप बराड़, आईएएस, सचिव वित्त दीप्रवा लाकड़ा, आईएएस, शिक्षा सचिव प्रेरणा पुरी, आईएएस, नगर आयुक्त अमित कुमार, आईएएस, स्वास्थ्य सचिव अजय चगती, आईएएस, उपायुक्त निशांत कुमार यादव, आईएएस, डीपीआर राजीव तिवारी सहित चंडीगढ़ प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। बैठक के अंत में परिषद के सभी सदस्यों ने चंडीगढ़ को प्रगतिशील, समावेशी और भविष्य के लिए तैयार शहर बनाने की दिशा में सामूहिक प्रयासों को और तेज करने की प्रतिबद्धता दोहराई।
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