50 करोड़ रुपये से अधिक के गबन मामले में बीडीपीओ कार्यालय का लिपिक गिरफ्तार
रमेश गोयत
पंचकूला, 4 फरवरी 2025: हरियाणा के फरीदाबाद में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने 50 करोड़ रुपये से अधिक के सरकारी धन के गबन के मामले में अनुप कुमार, लिपिक, बीडीपीओ कार्यालय, हसनपुर, जिला पलवल को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तारी और गबन की रकम का खुलासा
एसीबी ने आरोपी अनुप कुमार को पूछताछ के दौरान मिले साक्ष्यों के आधार पर गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने राकेश, लिपिक, बीडीपीओ कार्यालय हसनपुर के माध्यम से 1.15 करोड़ रुपये प्राप्त किए थे।
इसमें से 85 लाख रुपये जमीन खरीदने पर खर्च किए गए।
15 लाख रुपये आरोपी राकेश ने अनुप कुमार के खाते में ट्रांसफर किए।
15 लाख रुपये अनुप कुमार के चाचा की फर्म राजपाल एंड कंपनी, पलवल के खाते में ट्रांसफर किए गए।
अनुप कुमार को 5 फरवरी को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड की मांग की जाएगी।
गबन मामले में अब तक की बरामदगी और गिरफ्तारियां
इससे पहले, 1 फरवरी 2025 को पुलिस रिमांड के दौरान सतपाल, कर्मचारी, खजाना अधिकारी कार्यालय, होडल, जिला पलवल ने
अपने भाई के कब्जे से 21.96 लाख रुपये नकद बरामद कराए।
31 जनवरी 2025 को उसने अपने दोस्त हकुम, निवासी होडल से 61.43 लाख रुपये बरामद कराए थे।
27 जनवरी 2025 को सेवानिवृत्त एसओ शमशेर सिंह के पंचकूला स्थित घर से 3.65 करोड़ रुपये नकद जब्त किए गए थे।
इसके अलावा, आरोपियों की लगभग 35 करोड़ रुपये की संपत्तियों का खुलासा हुआ है, जिन्हें कुर्क करने की प्रक्रिया जारी है।
गबन के मामले में शामिल अन्य गिरफ्तार आरोपी
इस मामले में पहले ही फरीदाबाद एसीबी की टीम ने कई अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें शामिल हैं:
राकेश, लिपिक, बीडीपीओ कार्यालय, हसनपुर, जिला पलवल
सतपाल, कर्मचारी, खजाना अधिकारी कार्यालय, होडल, जिला पलवल
शमशेर सिंह, सेवानिवृत्त एसओ, निदेशक, विकास एवं पंचायत विभाग, हरियाणा
विजेंद्र कुमार, सहायक-कम-सहायक खजाना अधिकारी, हथीन, जिला पलवल
सभी आरोपी फिलहाल जेल में बंद हैं।
मामले में दर्ज हुई धाराएं
यह मामला 24 जनवरी 2025 को दर्ज हुआ था, जिसमें पीसी एक्ट और बीएनएस की कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। एसीबी की टीम इस बड़े घोटाले की जांच में जुटी हुई है और अन्य संलिप्त लोगों की तलाश जारी है।
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