चंडीगढ़ में सड़क सुरक्षा पर विशेष फोकस: उपायुक्त निशांत यादव की अध्यक्षता में डीआरएससी की अहम बैठक आयोजित
पैदल यात्रियों और साइकिल चालकों की सुरक्षा पर जोर, इंजीनियरिंग कार्यों को प्राथमिकता से पूरा करने के निर्देश
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 15 अप्रैल 2025:
शहर में सड़क सुरक्षा को सुदृढ़ बनाने और विभिन्न सुरक्षा पहलों की स्थिति की समीक्षा के लिए आज यूटी चंडीगढ़ के उपायुक्त श्री निशांत कुमार यादव की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति (DRSC) की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में एसएसपी ट्रैफिक व सिक्योरिटी, यूटी इंजीनियरिंग विभाग, नगर निगम, वास्तुकार विभाग, शहरी नगर नियोजन, परिवहन विभाग, स्वास्थ्य विभाग समेत सभी संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक में सड़क सुरक्षा के प्रमुख मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई, जिनमें शामिल थे:
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ऑटो रिक्शा पिक-अप पॉइंट की स्थिति
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साइकिल ट्रैक का अलगाव और विस्तार
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एटीसी सिग्नल की स्थापना
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सीसीटीवी कैमरों की मरम्मत
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सड़क री-कार्पेटिंग
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पैदल यात्रियों के लिए सुरक्षा उपाय
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भारी वाहनों के लिए समर्पित लेन
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"नो हॉर्निंग" ज़ोन
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प्रमुख चौराहों पर ट्रैफिक शांत करने की पहल
साइकिल चालकों और पैदल यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए बैठक में यह निर्णय लिया गया कि सभी प्रमुख स्थानों पर पैदल यात्री और साइकिल सिग्नल लाइट्स लगाई जाएंगी। इसके साथ ही पूरव मार्ग पर समर्पित साइकिल ट्रैक विकसित किया जाएगा।
उपायुक्त निशांत यादव ने नगर निगम को सेक्टर 5/8 की डिवाइडिंग रोड पर विज्ञान पथ के बीच "नो ओवरटेकिंग ज़ोन" के रूप में पीले निशान, प्लास्टिक बोलार्ड और उचित साइनेज लगाने के निर्देश दिए।
आपातकालीन चिकित्सा सेवा को दोगुना करने का निर्णय:
सड़क दुर्घटनाओं के दौरान त्वरित चिकित्सकीय सहायता सुनिश्चित करने हेतु 112 योजना के तहत एम्बुलेंस की संख्या 6 से बढ़ाकर 12 करने की सिफारिश की गई।
ट्रैफिक पुलिस द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट:
एसएसपी ट्रैफिक और डीएसपी ट्रैफिक (R&D) ने हाल ही में आयोजित सड़क सुरक्षा संवाद-सह-कार्यशाला की रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें शहर के पांच भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों और पांच ब्लैक स्पॉट्स पर विस्तृत विश्लेषण के साथ समाधान सुझाए गए।
बैठक में लंबित सड़क इंजीनियरिंग कार्यों जैसे सड़क चिह्नांकन, संकेतक लाइट्स, टेबल टॉप, रंबल स्ट्रिप्स, पेलिकन लाइट्स, ब्लिंकर लाइट्स और पेड़ों की छंटाई के संबंध में किए गए सर्वेक्षण के निष्कर्ष भी प्रस्तुत किए गए।
समिति ने संबंधित विभागों को निर्देश दिया कि सभी कार्य समयबद्ध तरीके से पूर्ण किए जाएं ताकि शहर में सुगम, सुरक्षित और जागरूक ट्रैफिक व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके।
चंडीगढ़ प्रशासन की यह पहल शहर को सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में एक उदाहरण बनाने की दिशा में एक ठोस कदम है।
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