सूटकेस में छात्रा को बॉयज हॉस्टल ले जाने की कोशिश: ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी के 6 छात्र सस्पेंड, 25 अप्रैल को अंतिम सुनवाई
बाबूशाही ब्यूरो
सोनीपत,15 अप्रैल: ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक छात्र ने अपनी प्रेमिका को सूटकेस में छिपाकर बॉयज हॉस्टल ले जाने की कोशिश की। इस मामले में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से छह छात्रों को सस्पेंड कर दिया है, जिनमें पांच छात्राएं और एक छात्र शामिल हैं। यूनिवर्सिटी ने इसे अनुशासनहीनता और नियमों का गंभीर उल्लंघन मानते हुए अंतिम सुनवाई 25 अप्रैल को रखने की घोषणा की है।
12 अप्रैल का मामला, वायरल हुआ वीडियो
घटना 12 अप्रैल की है, जब यूनिवर्सिटी परिसर से एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें एक युवती को सूटकेस से बाहर निकलते देखा गया। जांच में खुलासा हुआ कि युवती बिजनेस लॉ की द्वितीय वर्ष की छात्रा है और उसका बॉयफ्रेंड भी उसी यूनिवर्सिटी में पढ़ता है। नियमों के तहत छात्र-छात्राओं को एक-दूसरे के हॉस्टल में जाने की अनुमति नहीं है, बावजूद इसके दोस्तों की मदद से युवती को 2 फुट के ट्रैवल बैग में बंद कर बॉयज हॉस्टल पहुंचाने की कोशिश की गई।
फेल हुई ‘प्रेम योजना’, टूटा सूटकेस, मच गया हंगामा
योजना के अनुसार, छात्रा को उसकी सहेलियों ने गर्ल्स हॉस्टल में बैग में पैक किया और यूनिवर्सिटी गेट पर बॉयफ्रेंड व दोस्तों के हवाले कर दिया। वे उसे सामान की तरह बॉयज हॉस्टल ले जाने लगे, लेकिन रास्ते में बैग का पहिया टूट गया और असहज स्थिति में छात्रा की चीख सुनकर गार्ड्स सतर्क हो गए। बैग खोलते ही सच्चाई सामने आ गई और मामला प्रशासन तक पहुंचा।
यूनिवर्सिटी की कार्रवाई और सख्त संदेश
यूनिवर्सिटी की जनसंपर्क अधिकारी अंजू मोहन ने बताया कि वीडियो सामने आने के बाद त्वरित जांच शुरू की गई। सभी छह छात्रों को शोकॉज नोटिस जारी किया गया, जिनके जवाब को असंतोषजनक मानते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी के नियम सभी के लिए समान हैं और अनुशासनहीनता को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पुलिस ने नहीं की कार्रवाई, छात्रा ने बताया ‘प्रैंक’
घटना के बाद राई थाना पुलिस ने यूनिवर्सिटी पहुंचकर सभी संबंधित छात्रों के बयान दर्ज किए। छात्रा ने लिखित रूप में इसे एक मजाक बताया और कहा कि उसने अपनी मर्जी से ऐसा किया। चूंकि किसी भी पक्ष ने औपचारिक शिकायत नहीं की, इसलिए पुलिस ने कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की, लेकिन चेतावनी दी कि भविष्य में शिकायत मिलने पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
भविष्य पर सवाल, सुनवाई पर निगाहें
यह घटना यूनिवर्सिटी के अनुशासन पर सवाल खड़े कर गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की हरकतें शैक्षणिक माहौल को नुकसान पहुंचाती हैं। फिलहाल सस्पेंड किए गए छात्रों को 25 अप्रैल को अपना पक्ष रखने का मौका दिया जाएगा। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सभी छात्रों को स्पष्ट संदेश दिया है कि अनुशासनहीनता के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जाएगी।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here →
Click to Follow हिन्दी बाबूशाही फेसबुक पेज →