फर्जी दस्तावेज़ों के ज़रिए प्लॉट रजिस्ट्री का मामला: एसीबी करनाल ने चार प्राइवेट आरोपियों को किया गिरफ्तार
रमेश गोयत
पंचकूला/चंडीगढ़, 22 अप्रैल – भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) करनाल की टीम ने 21 अप्रैल 2025 को एक बड़े फर्जीवाड़े के मामले में चार प्राइवेट व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में सुनील कुमार (निवासी मकान नं. 65/1, इंदिरा कॉलोनी, रोहतक), इन्द्र सिंह (निवासी घोगड़िया, जिला जींद), सुमित खुराना (निवासी मकान नं. 468, सेक्टर-11, पानीपत) और जयप्रकाश (निवासी गांव मिर्चपुर, थाना नारनौद, जिला हिसार) शामिल हैं।
एसीबी के मुताबिक, ये आरोपी तहसील पानीपत के अधिकारियों/कर्मचारियों से मिलीभगत कर दो प्लॉटों की फर्जी रजिस्ट्री करवाने में संलिप्त पाए गए। इनमें एक प्लॉट (नं. 1508, सेक्टर-25 पार्ट, पानीपत) इंद्र शर्मा के नाम अलॉट था, जबकि दूसरा प्लॉट (नं. 2290, सेक्टर 13/17, पानीपत) सुनील कुमार के नाम पर था। आरोपियों ने फर्जी जी.पी.ए. दस्तावेज़—एक तहसील रावेर, जलगाँव (महाराष्ट्र) और दूसरा करनैलगंज, गोंडा (उत्तर प्रदेश) से—दिखाकर पहले प्लॉट को सुमित खुराना और दूसरे को पटेल सिंह (जिसकी मृत्यु हो चुकी है) के नाम पर रजिस्टर्ड करवा दिया।
इस मामले में एसीबी करनाल ने पहले ही मुकदमा नं. 2 दिनांक 09.01.2020 को भारतीय दंड संहिता की धाराएं 467, 468, 471, 420, 120-बी सहित पीसी एक्ट की धारा 13(1)डी और HDRUA अधिनियम की धाराओं के तहत दर्ज किया था।
गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को आज माननीय न्यायालय, पानीपत के समक्ष पेश किया गया। मामले में अभी भी कई सरकारी कर्मचारियों और अन्य निजी व्यक्तियों की भूमिका की जांच जारी है।
भ्रष्टाचार पर शिकंजा कसते हुए एसीबी ने स्पष्ट किया है कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
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