एमसीसी ने हड़ताल कर रहे डोर-टू-डोर कचरा संग्रहकर्ताओं के खिलाफ 'काम नहीं तो वेतन नहीं' नीति लागू करने का फैसला किया
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 30 दिसंबर:। डोर टू डोर कूड़ा उठाने वालों के हड़ताल में शामिल होने पर कड़ा संज्ञान लेते हुए नगर निगम चंडीगढ़ ने 'काम नहीं तो वेतन नहीं' के सिद्धांत को लागू करने का फैसला किया है। इसके अनुसार, हड़ताल में शामिल डोर टू डोर कूड़ा उठाने वालों का वेतन/भुगतान उन दिनों के लिए काटा जाएगा, जब वे हड़ताल पर रहेंगे, जिसमें 21 दिसंबर 2024 को हड़ताल पर रहने वाले कर्मचारी भी शामिल हैं।
ये आदेश पारित करते हुए नगर निगम आयुक्त अमित कुमार, आईएएस ने कहा कि कथित तौर पर डोर टू डोर कूड़ा संग्रहकर्ताओं का एक वर्ग हड़ताल पर चला गया है, जिससे नगर निगम चंडीगढ़ द्वारा प्रदान की जाने वाली आवश्यक सेवाओं में बाधा उत्पन्न हो रही है। काम पर लौटने की बार-बार अपील के बावजूद हड़ताल जारी है।
उन्होंने कहा कि नगर निगम चंडीगढ़ नागरिकों को आवश्यक सेवाएं निर्बाध रूप से उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। सेवाओं की निरंतरता बनाए रखने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है।
हड़ताली कर्मचारियों से अपील करते हुए आयुक्त ने कहा कि वे अपने फैसले पर पुनर्विचार करें और तुरंत काम पर लौट आएं। उन्होंने कहा कि नगर निगम चंडीगढ़ मुद्दों को सुलझाने के लिए रचनात्मक बातचीत करने को तैयार है, लेकिन पहले हड़ताल खत्म होनी चाहिए।
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