विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार का भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार
इसराना खंड के बीडीपीओ सहित पांच अधिकारी और कर्मचारी भ्रष्टाचार में लिप्त होने पर दिए सस्पेंड
*सार्वजनिक स्थानों पर लगने वाले लोहे के बेंच, हैंड पंप और वाटर कूलर के माल में मिला करोड़ों का घोटाला
*आरोपियों ने करीब 23 लाख रुपए की बात भी कबूली
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 2 जनवरी- प्रदेश के विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्णलाल पंवार ने अपनी स्वयं की इसराना (पानीपत) विधानसभा के क्षेत्र में सार्वजनिक स्थानों पर लगने वाले लोहे के बेंच, हैंडपंप और वाटर कूलर में किए गए घोटाले में संलिप्त पाए जाने पर इसराना के बीडीपीओ सहित लेखाकार, सहायक और दो (कनिष्ठ अभियंता) जेई को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड करने के निर्देश दिए हैं। जिस पर संज्ञान लेते हुए पंचायत विभाग के निदेशक ने उन्हें तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया है। विकास एवं पंचायत विभाग में यह भ्रष्टाचार पर एक बहुत बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।
प्रदेश के विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने बताया कि ब्लॉक समिति इसराना के चेयरमैन हरपाल मलिक ने उन्हें इस बारे में शिकायत दी थी कि विभाग के बीडीपीओ सहित उक्त कर्मचारियों ने विकास कार्यों में अनियमितताएं बरती हैं। उनके संज्ञान में यह मामला आने पर इसकी जांच करवाई गई और जांच में पता चला कि सार्वजनिक स्थानों पर लगने वाले लाखों के लोहे के बेंच, आम जन को पीने का पानी मुहैया करने के लिए लगने वाले हैंड पंप और वाटर कूलर लगाने में अनियमितता पाई गई हैं। उन्होंने बताया कि यह संभवतः तीन से चार करोड रुपए का घोटाला हो सकता है जिसकी जांच अभी और आगामी दिनों में की जाएगी।
उन्होंने बताया कि जिन आरोपियों को निलंबित किया गया है उनमें इसराना के बीडीपीओ विवेक कुमार सहित दो जेई, एक अकाउंटेंट और एक सहायक को निलंबित किया गया है। उन्होंने बताया कि इस मामले के संज्ञान में आने पर उन्होंने इसकी छानबीन करवाई और स्वयं इन आरोपियों ने करीब 23 लाख 85 हजार के गबन को स्वीकार भी किया है। जब इन आरोपियों को इस बात का पता चला तो इन्होंने करीब 23 लाख रुपए से किसी व्यक्ति को यह सामान पूरा करने के लिए कहा। इसके बाद उस व्यक्ति से मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने स्वयं बात कर उसे ऐसा करने के लिए मना किया और यह पूरा मामला डिप्टी कमिश्नर के संज्ञान में डाला गया जिस पर डिप्टी कमिश्नर ने तुरंत प्रभाव से मंत्री कृष्ण लाल पंवार के आदेशों पर उक्त 23 लाख रुपए की रिकवरी जिला परिषद के सीईओ के माध्यम से खाते में जमा करवाने के लिए कही है।
विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने कहा कि विभाग में जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम किया जा रहा है। यह भ्रष्टाचार पर बहुत बड़ी कार्यवाही है। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी इस तरह के मामले मिलने पर जांच की जाएगी और किसी भ्रष्टाचारी को बख्शा नहीं जाएगा।
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