पंजाब विश्वविद्यालय ने किया अपना टेबल कैलेंडर 2025 जारी
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 1 जनवरी, 2025।
पंजाब यूनिवर्सिटी ने अपना बहुप्रतीक्षित टेबल कैलेंडर 2025 जारी किया, जिसका थीम है 'परंपराओं को कायम रखना, सपनों को सशक्त बनाना, उत्कृष्टता को बढ़ावा देना'। यह कैलेंडर यूनिवर्सिटी की प्रसिद्ध विरासत, गतिशील विकास और शोध, छात्रवृत्ति और शिक्षण में उत्कृष्टता के माध्यम से भविष्य को आकार देने की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
इस कैलेंडर में पंजाब विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित स्थलों, वास्तुकला के चमत्कारों, प्राकृतिक परिदृश्यों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के शानदार दृश्य हैं, जिनमें से प्रत्येक संस्थान की विरासत को दर्शाता है। यह वनस्पति विज्ञान विभाग की डॉ. जसप्रीत कौर और सामाजिक कार्य केंद्र के डॉ. गौरव गौर की रचनात्मक दृष्टि है, जिन्होंने इस उल्लेखनीय कृति की संकल्पना की और उसे डिजाइन किया। विश्वविद्यालय की विरासत के बारे में उनकी गहरी समझ और कलात्मक अभिव्यक्ति के लिए एक स्वभाव हर पृष्ठ पर झलकता है, जो 'परंपराओं को कायम रखना, सपनों को सशक्त बनाना, उत्कृष्टता को बढ़ावा देना' थीम के सार को खूबसूरती से दर्शाता है और इस कैलेंडर को पूरे वर्ष विश्वविद्यालय समुदाय के लिए प्रेरणा का प्रतीक बनाता है। प्रत्येक छवि को डॉ. गौरव गौर के मोबाइल फोन कैमरे के लेंस के माध्यम से कैप्चर किया गया है, जो विश्वविद्यालय की वास्तुकला की सुंदरता, जीवंत परिसर जीवन और कालातीत परंपराओं के लिए उनकी गहरी प्रशंसा को दर्शाता है, जो कैलेंडर में गहराई और अर्थ जोड़ता है।
कैलेंडर का विमोचन पीयू कुलपति प्रो. रेणु विग, यूनिवर्सिटी इंस्ट्रक्शंस की डीन प्रो. रुमिना सेठी और रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेल की निदेशक प्रो. योजना रावत ने किया।
इस अवसर पर बोलते हुए प्रो. रेणु विग ने कहा, "यह कैलेंडर केवल तिथियों और चित्रों का संग्रह नहीं है, बल्कि पंजाब विश्वविद्यालय की चिरस्थायी भावना को श्रद्धांजलि है। यह हमारी समृद्ध परंपराओं का सम्मान करने, हमारे विद्यार्थियों की आकांक्षाओं को सशक्त बनाने और हर प्रयास में उत्कृष्टता प्राप्त करने के हमारे मिशन को मूर्त रूप देता है।"
यूनिवर्सिटी इंस्ट्रक्शंस की डीन प्रो. रुमिना सेठी ने कहा कि "जब हम विरासत और नवाचार के चौराहे पर खड़े हैं, तो हमें याद दिलाया जाता है कि हमारे संस्थान की जीवन शक्ति इसकी पिछली उपलब्धियों में नहीं, बल्कि अपनाने, अनुकूलन करने और कुशलता से विकसित होने की इसकी क्षमता में निहित है। आइए हम इस लचीलेपन और सहयोग की भावना का उपयोग एक जीवंत भविष्य बनाने के लिए करें जो पूरी तरह से समावेशी और मौलिक रूप से परिवर्तनकारी हो - जो व्यक्तियों को सशक्त बनाता है, समुदायों को समृद्ध करता है, और हमें ज्ञान की सीमाओं तक ले जाने वाली नई संभावनाओं की दुनिया को प्रेरित करता है"।
प्रो. योजना रावत ने कहा कि यह कैलेंडर न केवल समय को दर्शाता है बल्कि पंजाब विश्वविद्यालय की समृद्ध विरासत और भविष्योन्मुखी आकांक्षाओं की कहानी भी बताता है। उन्होंने विश्वविद्यालय की विरासत की याद दिलाने के लिए समर्पित टेबल कैलेंडर की इस परंपरा को बनाए रखने के लिए डॉ. गौरव और डॉ. जसप्रीत के प्रयासों की सराहना की, साथ ही समुदाय को अकादमिक उत्कृष्टता की ओर प्रयास जारी रखने के लिए प्रेरित किया।
विमोचन समारोह में इस प्रेरणादायक रचना के पीछे के सामूहिक प्रयासों का जश्न मनाया गया, जो पंजाब विश्वविद्यालय की समृद्ध विरासत और शैक्षणिक भावना को खूबसूरती से अभिव्यक्त करती है।
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