चंडीगढ़ में बनेगा 13 लाख का वीआईपी मोबाइल टायलेट, फिजूलखर्ची पर उठे सवाल
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 14 जनवरी। प्रशासन ने अधिकारियों और वीआईपी कार्यक्रमों के लिए 13 लाख रुपये की लागत से अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस एक मोबाइल टायलेट बनाने की योजना बनाई है। इसके लिए जन स्वास्थ्य विभाग ने टेंडर जारी कर 20 जनवरी तक बिड मांगी है। यह वीआईपी मोबाइल टायलेट प्रीमियम फिटिंग्स, सेंसर-आधारित वाटर सिस्टम और स्वचालित हाइजीन मैनेजमेंट जैसी लग्ज़री सुविधाओं से युक्त होगा।
इस प्रोजेक्ट को दो महीने में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। प्रशासन का कहना है कि यह टायलेट विशेष रूप से अधिकारियों और वीआईपी कार्यक्रमों के दौरान उपयोग के लिए बनाया जा रहा है, जिससे उच्च-स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें।
हालांकि, इस पर फिजूलखर्ची के आरोप लग रहे हैं। सेकंड इनिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष आर.के. गर्ग ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा, "इतनी बड़ी राशि से आम नागरिकों के लिए कई मोबाइल टायलेट बनाए जा सकते हैं, जो शहर की स्वच्छता को बेहतर बनाने में योगदान देंगे।"
कुछ नागरिक समूहों ने भी इस खर्च को जनता के पैसे की बर्बादी बताया है। उनका कहना है कि इस राशि का उपयोग स्वच्छता परियोजनाओं या अन्य सार्वजनिक कल्याण योजनाओं में किया जा सकता था।
प्रशासन ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि वीआईपी आयोजनों के दौरान बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करना उनकी जिम्मेदारी है, और यह टायलेट उसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है।
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