जींद: एमएसपी गारंटी कानून पर आंदोलन तेज, 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च की तैयारी
बाबूशाही ब्यूरो
जींद, 15 जनवरी। एमएसपी गारंटी कानून समेत 13 मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) के बीच जींद में अहम बैठक हुई। बैठक में आंदोलन को आगे बढ़ाने की रणनीति तैयार की गई। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल, जो 50 दिनों से खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन पर बैठे हैं, की हालत लगातार बिगड़ती जा रही है। डॉक्टरों के अनुसार, उनके शरीर का मांस सिकुड़ना शुरू हो गया है, जो गंभीर स्थिति है।
बैठक में लिए गए अहम फैसले
एकता पर जोर: बैठक में यह तय किया गया कि कोई भी किसान संगठन आपस में बयानबाजी नहीं करेगा।
तालमेल ग्रुप का गठन: किसान संगठनों ने तालमेल बढ़ाने के लिए ग्रुप बनाने का प्रस्ताव रखा, जिस पर अंतिम निर्णय 18 जनवरी 2025 को अगली बैठक में होगा।
आंदोलन तेज करने की योजना: 26 जनवरी को बड़े पैमाने पर ट्रैक्टर मार्च निकालने की रणनीति पर चर्चा की गई।
डल्लेवाल की बिगड़ती हालत पर चिंता
50 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की स्थिति बेहद चिंताजनक हो गई है। डॉक्टरों ने बताया कि उनका मांस सिकुड़ना शुरू हो गया है और यह गंभीर स्वास्थ्य खतरे का संकेत है।
26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च की तैयारी
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा, "यह बैठक सभी किसान संगठनों को एकजुट करने का अहम कदम है। 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च के माध्यम से सरकार पर दबाव बनाया जाएगा।" उन्होंने कहा कि आंदोलन को मजबूत और संगठित करने के लिए यह जरूरी है कि सभी संगठन मिलकर काम करें।
18 जनवरी को अगली बैठक
अगली बैठक 18 जनवरी 2025 को होगी, जिसमें आंदोलन की दिशा और तालमेल ग्रुप के गठन पर अंतिम फैसला लिया जाएगा। किसान नेताओं का कहना है कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं।
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