गोहाना तहसील में रिश्वतखोरी का भंडाफोड़: एक लाख रुपये की रिश्वत लेते अर्जी नवीस रंगे हाथों गिरफ्तार, तहसीलदार व सेवादार पर भी गिरी गाज
रमेश गोयत
पंचकूला/चंडीगढ़, 5 अप्रैल:
हरियाणा में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) करनाल टीम ने तहसील गोहाना, जिला सोनीपत में बड़ा खुलासा किया है। दिनांक 3 अप्रैल 2025 को अर्जी नवीस राजीव कुमार मल्होत्रा उर्फ यशपाल मल्होत्रा को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। आरोपी तहसील कार्यालय में रजिस्ट्री के एवज में रिश्वत मांग रहा था।
एसीबी द्वारा दर्ज की गई एफआईआर संख्या 10/3.4.2025 में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7, 7ए व बीएनएस की धारा 61 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस केस में दूसरा आरोपी अभिमन्यु, तहसीलदार गोहाना, फिलहाल मौके से फरार है और उसकी गिरफ्तारी अभी लंबित है।
पूछताछ में हुआ बड़ा खुलासा:
गिरफ्तार आरोपी राजीव मल्होत्रा ने पूछताछ में बताया कि वह तहसीलदार अभिमन्यु और कार्यालय में तैनात आशीष सेवादार के साथ मिलकर रजिस्ट्री करवाने के बदले आवेदकों से 150 से 250 रुपये प्रति गज की दर से रिश्वत वसूलता था।
रजिस्ट्री होने के बाद इस रिश्वत में से 20 रुपये प्रति गज वह और आशीष सेवादार आपस में बांट लेते थे, जबकि शेष राशि तहसीलदार को पहुंचाई जाती थी।
एक और गिरफ्तारी:
मामले में तहसील कार्यालय के सेवादार आशीष को भी एसीबी ने 4 अप्रैल 2025 को गिरफ्तार कर लिया है।
अब इस घोटाले में शामिल मुख्य आरोपी तहसीलदार अभिमन्यु की तलाश जारी है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
भ्रष्टाचार पर एसीबी का सख्त रुख
इस कार्रवाई से साफ है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी अब पूरी तरह एक्शन मोड में है। सरकारी कार्यालयों में रिश्वतखोरी को खत्म करने के लिए इस तरह की कार्रवाइयां लगातार की जा रही हैं।
एसीबी ने आम जनता से अपील की है कि यदि कोई भी व्यक्ति रिश्वत मांगता है तो वे बिना संकोच इसकी शिकायत करें।
यह कार्रवाई सरकारी व्यवस्था में पारदर्शिता और जवाबदेही की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
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