हरियाणा में बिना बजट के शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में कैसे होगा काम: कुमारी सैलजा
कहा- सरकार ने 11 साल के कार्यकाल में प्रदेश की अर्थव्यवस्था और भाईचारे का कर दिया बेड़ा गर्क
बाबूशाही ब्यूरो
चंडीगढ़, 19 मार्च।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने हरियाणा की भाजपा सरकार के बजट को आंकड़ों की कलाकारी करार देते हुए कहा कि यह झूठ के पुलिंदे के सिवाय कुछ भी नहीं है। सरकार ने कृषि, सिंचाई, शिक्षा, स्वास्थ्य, ऊर्जा, परिवहन, जनस्वास्थ्य, सहकारिता और गृह समेत तमाम आवश्यक सेवाओं वाले विभागों के बजट में कटौती की है। इसमें न वर्तमान की समस्याओं की चिंता है और न ही भविष्य की चिंता है, बेरोजगारी, महंगाई, युवा, महिला, किसान, गांव के मुद्दे सब गायब है। सरकार ने शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर जो घोषणाएं की है उन्हें देखते हुए इन विभागों का बजट कई गुना किया जाना चाहिए था तब कही जाकर घोषणाएं पूरी हो सकती है, इस सरकार ने सदैव झूठ का सहारा लिया है, झूठ बोलकर जनता को गुमराह किया है। सरकार को बताना होगा कि वह बिना बजट के शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र मेें कैसे काम करेगी।
सांसद कुमारी सैलजा ने हरियाणा सरकार द्वारा पेश किए गए बजट को झूठ का पुलिंदा करार देते हुए कहा कि अधिकतर घोषणाएं जनता को गुमराह करने के लिए की गई है। कुमारी सैलजा ने कहा कि सरकार ने हर 20 किमी पर एक सरकारी कॉलेज और हर 10 किमी पर एक राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल खोलने की घोषणा की है लेकिन इन्हें देखते हुए बजट में खास वृद्धि नहीं की गई है अगर इन योजनाओं को लागू करना है तो सरकार को शिक्षा के बजट में कई गुना वृद्धि करनी चाहिए। शिक्षा-खेल के लिए सरकार ने 2023-24 में 18420.65 करोड़ रुपये, वर्ष 2024-25 में 20408.83 करोड़ रुपये और वर्ष 2025-26 के लिए 22312. 46 करोड़ रुपये का बजट रखा है, इस बजट को देखकर साफ कहा जा सकता है कि सरकार ने जो घोषणाएं की है उन्हें इतनी धनराशि में पूरा नहीं किया जा सकता। दूसरी ओर प्रदेश के सरकारी स्कूलों के हालात किसी से छिपे नहीं है।
कुमारी सैलजा ने कहा कि इसी प्रकार से हर जिला में एक सरकारी मेडिकल काजेल की घोषणा की हुई है, कही पर में काम शुरू किया है तो कही पर शिलान्यास करके छोड़ दिया है। 50 बैड वाले अस्पताल को सौ बैड का और सौ बैड वाले को 200 बैड का करने की घोषणा की गई है, जिला अस्पताल में एमआरआई की सुविधा प्रदान करने की घोषणा की गई है। पर स्वास्थ्य बजट को देखकर लगता है कि सरकार ने यहां पर जनता को गुमराह किया है। स्वास्थ्य के लिए वर्ष 2023-24 में 8006. 47 करोड़ रुपये, वर्ष 2024-25 में 9835. 39 करोड़ रुपये और वर्प 2025-26 के लिए 10539. 96 करोड़ का बजट रखा है। इस बजट को देखकर लगता है कि सरकार ने जनता को गुमराह करने के लिए ही ये घोषणाएं की है, जो घोषणाएं की है उन्हें पूरा करने के लिए इसके बजट को कई गुना करने की जरूरत थी।
कुमारी सैलजा ने कहा कि अपने चुनावी वादों दो लाख नौकरियां, किसानों को एमएसपी देने, महंगाई पर नकेल कसने जैसे तमाम मुद्दों पर बजट में खामोश दिखाई दी है। ये बजट दिशाहीन है खोखला है। इस बजट में न वर्तमान की समस्याओं की चिंता है और न ही भविष्य की चिंता। बेरोजगारी, महंगाई, युवा, महिला, किसान, गांव के मुद्दे गायब है। बजट को देखकर साफ लग रहा है कि सरकार कर्जा ले लो और घी पियो की नीति पर चल रही है। साल 2013-14 = कुल कर्ज़़ 060,293 करोड़
(1 नवंबर, 1966 से 31 मार्च, 2014, यानी 49 साल) था। साल 2014-15 से साल 2025-26, यानि 11 साल में कर्ज़़ बढ़ कर 3,52,818 करोड़ हो गया। 11 साल में भाजपा सरकार ने 600 प्रतिशत ज़्यादा कर्ज लिया। कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा सरकार हरियाणा को दिवालिया बनाने में लगी हुई है। भाजपा ने अपने 11 सालों के कार्यकाल में प्रदेश की अर्थव्यवस्था से लेकर भाईचारे तक सबका बेड़ा गर्क कर दिया है।
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