बड़ी खबर: खनौरी और शंभू बॉर्डर खाली, पुलिस ने हटाए प्रदर्शनकारी किसान
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 19 मार्च 2025 – पंजाब पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए खनौरी और शंभू बॉर्डर को पूरी तरह खाली करा लिया। महीनों से जारी किसान आंदोलन के चलते ये दोनों बॉर्डर जाम थे, लेकिन अब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाकर इलाके को फिर से खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
कैसे हुई कार्रवाई?
पुलिस ने मंगलवार देर रात से ही अपनी रणनीति पर काम शुरू कर दिया था। सबसे पहले इलाके में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं ताकि किसी भी तरह की अफवाह न फैले और प्रदर्शनकारी एकजुट न हो सकें। बुधवार तड़के पुलिस ने शंभू और खनौरी बॉर्डर पर बड़ी संख्या में तैनाती कर दी और धीरे-धीरे किसानों को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी।
हटाए गए मंच और ट्रॉलियां
प्रदर्शनकारियों द्वारा लगाए गए सभी मंच, तंबू और होर्डिंग्स को पुलिस ने हटा दिया है। जगह-जगह खड़ी ट्रॉलियों को भी पुलिस हटाने में लगी हुई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सप्ताह के अंत तक पूरा इलाका साफ कर दिया जाएगा और यातायात सामान्य कर दिया जाएगा।
किसान नेताओं को हिरासत में लिया गया
इससे पहले बुधवार को केंद्र सरकार और किसान नेताओं के बीच 7वें दौर की बातचीत हुई थी। बातचीत विफल रहने के बाद किसान नेता जब मोहाली लौट रहे थे, तो पंजाब पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। हिरासत में लिए गए प्रमुख नेताओं में शामिल हैं:
- सरवन सिंह पंधेर
- अभिमन्यु कोहाड़
- जगजीत सिंह दल्लेवाल
- सुखविंदर कौर
- काका सिंह कोटड़ा
- मंजीत राय
इन नेताओं को मोहाली के अलग-अलग थानों में रखा गया है।
सरकार की क्या है योजना?
सूत्रों के अनुसार, केंद्र सरकार अब किसानों से सख्ती से निपटने की रणनीति बना रही है। बुधवार को हुई बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और अन्य प्रतिनिधि मौजूद थे, लेकिन वार्ता किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी। इसके बाद सरकार ने बॉर्डर खाली कराने के आदेश जारी किए।
आगे क्या होगा?
अब सवाल यह उठता है कि किसान आंदोलन का अगला कदम क्या होगा? क्या किसान फिर से बॉर्डर की ओर कूच करेंगे, या फिर सरकार के साथ बातचीत का कोई नया दौर शुरू होगा? पुलिस और प्रशासन अलर्ट पर हैं और बॉर्डर के आसपास भारी सुरक्षा तैनात कर दी गई है।
फिलहाल, शंभू और खनौरी बॉर्डर को खाली करवाना सरकार की एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, लेकिन इससे किसानों में असंतोष और बढ़ सकता है।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here →
Click to Follow हिन्दी बाबूशाही फेसबुक पेज →