सुखजिंदर रंधावा ने चुनाव आयोग से राहुल गांधी और खड़गे के आदेश पर शिरोमणी अकाली दल के संगठनात्मक चुनावों को स्थगित करने का आग्रह किया
डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने रंधावा पर बागी अकाली धड़े के साथ मिलकर काम करने का आरोप लगाया
कहा कि नए अध्यक्ष का चुनाव करने के लिए प्रतिनिधि सत्र 12 अप्रैल को पुरानी परंपरा के अनुसार तेजा सिंह समुंदरी हाॅल में ही आयोजित किया जाएगा
चंडीगढ़/10अप्रैल: शिरोमणी अकाली दल ने आज कहा है कि कांग्रेसी नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा ने बागी अकाली गुट के साथ मिलकर अपने बाॅस राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के निर्देश पर चुनाव आयोग से पार्टी के संगठनात्मक चुनाव स्थगित कराने के लिए आग्रह किया है।
यहां एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए वरिष्ठ अकाली नेता डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि सुखजिंदर रंधावा द्वारा चुनाव आयोग से की गई शिकायत से शिरोमणी अकाली दल को मैदान में वापिस आने से रोकने की हताश कोशिश है। उन्होने कहा,‘‘ इससे पहले बागी गुट ने अकाली दल को नुकसान पहुंचाने के लिए भारतीय जनता पार्टी और यहां तक कि आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन किया था। अब इसने कांग्रेस से मिलीभगत कर ली है। इससे जहां बागी गुट की पोल पूरी तरह से खुल चुकी है, वहीं यह भी साफ हो गया है कि चुनाव मैदान में सभी पार्टियां अकाली दल का सामना करने से डर गई हैं।’’
यह कहते हुए कि अकाली दल लगातार इस बात पर जोर दे रहा है कि बागी गुट पार्टी की मेंबरशीप अभियान को धर्म से जोड़ने और इसकी मानयता रदद करने की कोशिश कर रहा है। उन्होने कहा,‘‘ इससे बागी गुट और सुखजिंदर रंधावा के बीच मिलीभगत को उजागर कर दिया है।’’ उन्होने राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे सहित कांग्रेस की शीर्ष लीडरशीप से कहा कि वे सुखजिंदर रंधावा जैसे पक्षपातपूर्ण नेताओं को चुनाव आयोग के सामने ‘व्हिसल ब्लोअर’ के रूप में छुपकर हमला करने के बजाय अकाली दल के साथ लड़ने के लिए खुलकर सामने आएं।
डाॅ. चीमा ने रंधावा को अपनी शिकायत गुप्त रखने का अनुरोध करने की निंदा करते हुए कहा कि उन्होने उसी समय मीडिया को उसी विषय पर साक्षात्कार भी दे दिया था। उन्होने कहा कि जहां तक तेजा सिंह समुंद्री हाॅल में चुनाव कराने की शिकायत का सवाल है तो मामले की सच्चाई यह है कि यह हाॅल श्री दरबार साहिब के प्रशासनिक ब्लाॅक का हिस्सा है और हाॅल में अकाली दल अध्यक्ष का चुनाव कराने की परंपरा रही है। उन्होने कहा,‘‘पार्टी ने पहले ही हाॅल में मीटिंग करने की अनुमति भी ले ली थी।’’
डाॅ. चीमा ने स्पष्ट किया कि अकाली दल के संगठनात्मक चुनावों को विफल करने के लिए इस तरह के हताशापूर्ण तुच्छ राजनीति से प्रेरित प्रयास कदापि सफल नही होंगें। उन्होने कहा,‘‘ प्रतिनिधि सत्र 12 अप्रैल को पार्टी के नए अध्यक्ष का चुनाव करेगा, जिसके बाद 13 अप्रैल को एक विशाल राजनीतिक सम्मेलन होगा।’’
वरिष्ठ अकाली नेता ने कहा कि बागी गुट ने पहले भी अकाली दल को नुकसान पहंचाने के लिए भाजपा के साथ गठबंधन किया था। उन्होने कहा,‘‘ अब भी इस साजिश के तहत चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराने के लिए सुखजिंदर रंधावा से संपर्क किया गया। इससे पहले बागी गुट के नेता मनप्रीत अयाली ने विधानसभा में आम आदमी पार्टी के साथ मिलीभगत करके अपना असली रंग दिखाया था ताकि श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार की नियुक्ति के लिए नियम और कानून राज्य विधानसभा द्वारा बनाए जाने की मांग की जा सके।’’
Kk
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