संत गुरू श्री रविदास ने समानता और सामाजिक न्याय को बढ़ावा दिया: कुमारी सैलजा
जयंती समारोह में संत गुरू श्री रविदास जी को किया नमन
सांसद ने की आयोजन समिति को 21 लाख रुपये देने की घोषणा
बाबूशाही ब्यूरो
भूना (फतेहाबाद), 12 फरवरी। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने सभी को संत गुरू श्री रविदास की जयंती की बधाई देते हुए कहा कि वे न केवल एक आध्यात्मिक गुरु थे, बल्कि समाज में समानता और प्रेम का संदेश देने वाले महान समाज सुधारक भी थे। अपने उपदेशों के माध्यम से समाज को बिना भेदभाव के प्रेम और एकता की सीख दी, जिसके कारण वे भक्ति मार्ग के प्रमुख संतों में गिने जाते हैं उनकी शिक्षाएं समानता, विनम्रता और करुणा के मूल्यों को बढ़ावा देती हैं, जो एक अधिक समावेशी समाज बनाने के लिए आवश्यक हैं। उनके जीवन और शिक्षाओं को समझने की जरूरत है, इस राह पर चलकर ही हम अपने समाज, देश और बच्चों के भविष्य को संवार सकते हैं।
कुमारी सैलजा बुधवार को भूना में गुरू श्री रविदास समाज सेवा समिति की ओर से संत श्री गुरू रविदास मंदिर और धर्मशाला में आयोजित जयंती समारोह में उपस्थित जनसमुह को संबोधित कर रही थी। इस मौके पर फतेहबाद के विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया, भूना नगर पालिका चेयरमैन प्रतिनिधि पंकज पसरीचा, जयपाल सिंह लाली, अरविंद शर्मा, राजेश चाड़ीवाल आदि मौजूद थे। आयोजकों ने सांसद कुमारी सैलजा का जोरदार स्वागत किया। इससे पूर्व सैलजा ने सबसे पहले संत गुरू श्री रविदास के चित्र के समक्ष शीश नवाया। सभी को जयंती की शुभकामनाएं देते हुए कुमारी सैलजा ने कहा कि इस क्षेत्र से उनके परिवार का पुराना नाता रहा है, पहले उनके पिता चौ. स्व. दलबीर सिंह को यहां की जनता का प्यार मिला इसके बाद क्षेत्र की जनता का उन्हें भी आशीर्वाद मिलता रहा है। जयंती पर आज हम संत गुरू श्री रविदास जी को और उनकी वाणी को याद कर रहे है अच्छा तो यह भी होगा कि उन गुरूओं की वाणी का अनुसरण भी करे, ऐसा करना समाज के लिए भी अच्छा रहेगा और हमारें बच्चों के लिए भी।
उन्होंने कहा कि संत की वाणी अनंत होती है, वाणी के कारण ही संत याद किए जाते है। सैलजा ने कहा कि व्यक्ति को अच्छे कर्म करने चाहिए फल की इच्छा नहीं करनी चाहिए, व्यक्ति की पहचान उसके कर्मो से होती है। संत गुरू श्री रविदास जी एक समाज सुधारक थे जिन्होंने समानता और सामाजिक न्याय को बढ़ावा दिया था। उनकी शिक्षाएं समानता, विनम्रता और करुणा के मूल्यों को बढ़ावा देती हैं, जो एक अधिक समावेशी समाज बनाने के लिए आवश्यक हैं। कुमारी सैलजा ने अपनी ओर से आयोजकों को 21 लाख रुपये देने की घोषणा की। अंत में आयोजकों ने सैलजा और अतिथियों का सम्मान किया। इससे पूर्व कुमारी सैलजा संत शिरोमणि गुरु रविदास की जयंती के पावन अवसर पर गांव प्रभुवाला स्थित गुरु रविदास मंदिर में आयोजित भव्य कार्यक्रम में शामिल हुई। कुमारी सैलजा ने कहा कि यहां पर भक्तिमय माहौल, कीर्तन, सत्संग और गुरुवाणी के मधुर स्वर ने मन को आध्यात्मिक शांति से भर दिया।
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