बीबीएमबी बोर्ड दफ्तर पर एटक की भूख हड़ताल 36वें दिन भी जारी, जिंक चोरी मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 12 फरवरी: भाखड़ा-ब्यास इम्प्लाइज यूनियन (एटक) द्वारा बीबीएमबी मुख्यालय, सेक्टर 19-बी, चंडीगढ़ के समक्ष कर्मचारियों की लंबित मांगों को लेकर चल रही क्रमिक भूख हड़ताल बुधवार को 36वें दिन में प्रवेश कर गई।
भूख हड़ताल पर बैठे जगाधरी यूनिट के प्रीतम सिंह और राम दुलारा को यूनियन के प्रधान अशोक कुमार शर्मा (तलवाड़ा) और जगाधरी यूनिट के सचिव राजिंद्र चहल ने जूस पिलाकर उठाया। इसके बाद अगले 24 घंटे के लिए क्रमिक अनशन पर तलवाड़ा यूनिट के मनोहर लाल और राजकुमार को वरिष्ठ उप प्रधान अशोक कुमार और वित्त सचिव प्रीतम चंद ने हार पहनाकर बैठाया।
जिंक चोरी मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग
यूनियन ने नंगल डैम प्रोजेक्ट के स्टोर डिवीजन में लाखों रुपये के जिंक चोरी मामले की उच्च स्तरीय जांच की भी मांग उठाई। यूनियन महासचिव सुरेश कुमार सैनी ने कहा कि इस घोटाले में सिर्फ एसडीओ, स्टोर कीपर और जेई ही नहीं, बल्कि उच्च अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं। उन्होंने मांग की कि बोर्ड प्रबंधन को इन अधिकारियों को भी निलंबित कर जांच के दायरे में लाना चाहिए।
श्रम विभाग से मिला यूनियन प्रतिनिधिमंडल
यूनियन के प्रतिनिधिमंडल ने 10 फरवरी को उप श्रम आयुक्त (भारत सरकार, चंडीगढ़) और सहायक श्रम आयुक्त करनाल से मुलाकात कर बोर्ड के नकारात्मक रवैये की शिकायत दर्ज कराई। श्रम विभाग ने इस पर शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया और 16 फरवरी को होने वाली वर्किंग कमेटी बैठक में कोई सख्त फैसला न लेने की अपील की।
बोर्ड प्रबंधन के रवैये से कर्मचारियों में रोष
यूनियन ने बताया कि 36 दिन बीत जाने के बाद भी बीबीएमबी प्रबंधन ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया। यदि 15 फरवरी तक बैठक कर समाधान नहीं निकाला गया, तो 16 फरवरी को यूनियन की हाउस बैठक में आमरण अनशन का निर्णय लिया जा सकता है।
यूनियन की प्रमुख मांगें
- वर्ष 2022-23 और 2023-24 का उत्पादन भत्ता जारी किया जाए।
- अनुबंधित कर्मचारियों को नियमित किया जाए।
- ओवरटाइम, मेडिकल सुविधाएं और छुट्टियां नियमित कर्मचारियों के समान दी जाएं।
- पे-स्केल एरियर (01 जनवरी 2016 से 30 जून 2021) का भुगतान किया जाए।
- आउटसोर्स भर्ती बंद कर खाली पदों पर सीधी भर्ती की जाए।
- ब्यास डैम के 50 साल पूरे होने पर कर्मचारियों को दो महीने का अतिरिक्त वेतन दिया जाए।
- डेली वेज कर्मचारियों को स्थायी किया जाए और उनके मैनडेज लगातार जारी रखे जाएं।
यूनियन ने साफ किया कि यदि समस्याओं का समाधान जल्द नहीं निकला, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। अगर किसी कर्मचारी के साथ कोई अनहोनी होती है, तो इसके लिए पूरी तरह बीबीएमबी प्रबंधन जिम्मेदार होगा। इस मौके पर यूनियन के नेता काबुल सिंह (चंडीगढ़), प्रीतम सिंह (जगाधरी) और राम दुलारा सहित कई कर्मचारी मौजूद रहे।
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