पंचकूला में दलित दूल्हे की बग्घी को रोका, घोड़ी चढ़ने से नाराज़गी, 300 पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में हुई शादी
बाबूशाही ब्यूरो
पंचकूला, 7 अप्रैल — हरियाणा के पंचकूला जिले के रायपुररानी क्षेत्र के मौली गांव में उस वक्त हंगामा हो गया जब एक दलित युवक की बारात गांव में प्रवेश कर रही थी। घोड़ी चढ़ने को लेकर कुछ ग्रामीणों ने विरोध जताया और दूल्हे की बग्घी को रास्ते में ही रोक लिया। स्थिति बिगड़ती देख पुलिस को सूचना दी गई, जिसके बाद भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और करीब 300 जवानों की मौजूदगी में विवाह शांतिपूर्वक संपन्न कराया गया।
घोड़ी चढ़ने पर हुआ बवाल
दूल्हा बारात लेकर जैसे ही शहजादपुर से मौली गांव की ओर बढ़ा, रास्ते में ग्रामीणों ने उसकी बग्घी को रोक लिया। दरअसल, दलित दूल्हे की घोड़ी चढ़ाई से गांव के कुछ लोगों में नाराज़गी थी। पुलिस को जब इसकी जानकारी मिली तो तत्काल दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश की गई। प्रारंभ में गांव वालों ने सहमति जताई, लेकिन विवाह के दिन एक बार फिर विरोध भड़क उठा।
पुलिस की सख्ती से निकली बारात
स्थिति को देखते हुए रायपुररानी थाना पुलिस ने तत्काल एक्शन लेते हुए अतिरिक्त बल बुलाया। करीब 300 पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और बग्घी को पुलिस एस्कॉर्ट में गांव के भीतर पहुंचाया गया। गांव के मुख्य मार्गों और विवाह स्थल के आसपास पुलिस का कड़ा पहरा रहा।
विरोध और बदसलूकी की कोशिशें
गांव के कुछ युवकों ने बग्घी आते ही शोर मचाया और माहौल बिगाड़ने की कोशिश की। कुछ ने पुलिसकर्मियों से बदसलूकी भी की, लेकिन जवानों ने मोर्चा संभालते हुए उपद्रवियों को खदेड़ दिया। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पुलिस ने पूरे घटनाक्रम की वीडियो रिकॉर्डिंग भी करवाई।
शांति से हुई शादी और विदाई
दोपहर बाद विवाह की रस्में पूरी करवाई गईं और शाम करीब 6 बजे दुल्हन की विदाई पुलिस निगरानी में की गई। रायपुररानी थाना प्रभारी सोमवीर ढाका ने बताया, "दूल्हे की घुड़चढ़ी को लेकर विवाद था, लेकिन पुलिस और प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित किया और शादी शांतिपूर्ण ढंग से करवाई गई। किसी तरह की कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।"
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