चंडीगढ़ से पंजाब में हो रही शराब तस्करी का पर्दाफाश, यूटी आबकारी विभाग की नाकामी उजागर
रमेश गोयत
मोहाली/चंडीगढ़, 24 अप्रैल 2025: चंडीगढ़ में बिक्री के लिए निर्धारित शराब की पंजाब में धड़ल्ले से हो रही तस्करी ने एक बार फिर यूटी प्रशासन और उसके आबकारी विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पंजाब सरकार के आबकारी मंत्री हरपाल सिंह चीमा के निर्देश पर चल रहे विशेष अभियान के तहत रोपड़ रेंज में बीते 25 दिनों में पंजाब आबकारी अधिनियम के तहत कुल 8 एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिनमें मोहाली में 7 और रोपड़ में 1 मामला सामने आया है।
जीरकपुर में सबसे बड़ी बरामदगी, 2640 बोतलें जब्त
23 अप्रैल की रात को मोहाली आबकारी टीम और जिला पुलिस ने जीरकपुर में एक संयुक्त अभियान चलाकर एक महिंद्रा पिकअप से 220 कार्टन (2640 बोतलें) शराब जब्त की। यह शराब चंडीगढ़ में बिक्री के लिए निर्धारित थी, लेकिन इसे अवैध रूप से पंजाब लाया जा रहा था। इस संबंध में एफआईआर नंबर 187/2025 दर्ज की गई है।
अन्य प्रमुख तस्करी मामले
एफआईआर 90/12.04.2025 (सोहाना): आरोपी अनिल कुमार मक्कड़ के पास से 36 बोतलें जब्त।
एफआईआर 96/12.04.2025 (चरण-1): आरोपी भूपिंदर प्रसाद के पास से 16 बोतलें।
एफआईआर 98/18.04.2025 (सोहाना): आरोपी लखविंदर सिंह के पास से 276 बोतलें।
एफआईआर 35/21.04.2025 (नयागांव): चेत राम के पास से 24 बोतलें।
रोपड़ में आदतन अपराधी के घर छापेमारी
23 अप्रैल को गुप्त सूचना के आधार पर रोपड़ जिले के गांव सोतल बाबा में साहिल कुमार के घर छापा मारा गया, जहां से 138 बोतलें जब्त की गईं। आरोपी साहिल कुमार और शिमला देवी के खिलाफ एफआईआर नंबर 43/2025 दर्ज की गई है।
बार और होटल में भी अवैध खपत पर कार्रवाई
इसके अतिरिक्त दो मामले अवैध रूप से शराब पीने के भी दर्ज किए गए:
एफआईआर 87/20.04.2025: आरोपी रमन (टीडीआई स्थित) और अमृत शर्मा (होटल पार्क गेट के पास ‘द बॉस’)।
एफआईआर 62/12.03.2025: रेस्टोरेंट "शूट एट साइट" सेक्टर 86, मोहाली के मालिक के खिलाफ।
कड़ी निगरानी और चेतावनी
रोपड़ रेंज के सहायक आयुक्त (आबकारी) अशोक चल्होत्रा ने बताया कि तस्करी और अवैध खपत वाले हॉटस्पॉट क्षेत्रों की विशेष निगरानी की जा रही है। उन्होंने कहा, “हमने आबकारी निरीक्षकों की टीमें तैनात की हैं और वाहनों की गहन जांच हो रही है। किसी भी तरह की अवैध गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
उन्होंने सभी लाइसेंसधारकों को चेतावनी दी है कि शराब का सेवन, स्टोरेज और परिवहन केवल वैध लाइसेंस व परमिट के साथ ही किया जाए। किसी भी उल्लंघन पर कड़ी दंडात्मक कार्रवाई होगी।
यूटी प्रशासन सवालों के घेरे में
इन तस्करी मामलों ने चंडीगढ़ यूटी के आबकारी विभाग की भूमिका को कठघरे में खड़ा कर दिया है। बार-बार पंजाब में चंडीगढ़ की शराब के पकड़े जाने से यह स्पष्ट है कि या तो तस्करों को विभाग के भीतर से संरक्षण मिल रहा है या फिर विभाग की निगरानी व्यवस्था पूरी तरह नाकाम हो चुकी है।
पंजाब सरकार के कड़े रुख और सघन अभियान से यह तो साफ है कि तस्करी पर शिकंजा कसता जा रहा है, लेकिन इस लड़ाई में चंडीगढ़ प्रशासन की निष्क्रियता तस्करों को एक खुला मैदान दे रही है।
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