वर्ष 2024: हरियाणा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की ऐतिहासिक उपलब्धियां
जीरो टोलरेंस" नीति के तहत वर्ष 2024 में भ्रष्टाचार के खिलाफ 155 मामले दर्ज
86 सरकारी कर्मचारियों और 31 निजी व्यक्तियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा
कुल 88,28,800 रुपए की रिश्वत राशि बरामद की
रमेश गोयत
चंडीगढ़/पंचकूला, 31 दिसम्बर। हरियाणा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने राज्य सरकार की "जीरो टोलरेंस" नीति के तहत वर्ष 2024 में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक प्रभावी अभियान चलाते हुए 155 अभियोग दर्ज किए हैं। इन अभियोगों में 104 ट्रैप केस शामिल थे, जिनमें 86 सरकारी कर्मचारियों और 31 निजी व्यक्तियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। कुल 88,28,800 रुपये की रिश्वत राशि बरामद की गई।
प्रमुख उपलब्धियां:
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गिरफ्तारी का आंकड़ा:
- 6 राजपत्रित अधिकारी
- 80 अराजपत्रित अधिकारी
- 31 निजी व्यक्ति
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महत्वपूर्ण मामले:
- दो पुलिस कर्मचारियों को ₹16,25,000 की रिश्वत लेते पकड़ा गया।
- एक कानूनगो ने ₹5,00,000 की रिश्वत मांगी, जिसे मौके पर गिरफ्तार किया गया।
- स्वास्थ्य अधिकारी को ₹3,00,000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया।
- एचसीएस अधिकारी और आबकारी एवं कराधान अधिकारी समेत कई उच्च पदाधिकारियों पर कार्रवाई।
विभागवार कार्रवाई:
ब्यूरो ने पुलिस, बिजली, शहरी स्थानीय निकाय, स्वास्थ्य, सामाजिक कल्याण, वन, कृषि, परिवहन, और अन्य विभागों में रिश्वतखोरी के मामलों पर ध्यान केंद्रित किया।
विशेष जांच और रिपोर्टिंग:
2024 में 49 नई जांच दर्ज की गईं। इनमें से 90 जांचों की रिपोर्ट सरकार को सौंपी गई, जिसमें 24 जांचों में विभागीय कार्रवाई और आपराधिक मुकदमे दर्ज करने की सिफारिश की गई।
रिकवरी और सुधार:
तकनीकी विंग द्वारा 71 सिविल कार्यों की स्पेशल चेकिंग की गई। इसके तहत ₹2.81 करोड़ की रिकवरी सुनिश्चित की गई और सरकारी राजस्व की चोरी को रोका गया।
जन भागीदारी का आह्वान:
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने आम जनता से टोल-फ्री नंबर 1800-180-2022, 1064, और व्हाट्सएप नंबर 094178-91064 पर शिकायत दर्ज कराने की अपील की है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ इस ऐतिहासिक प्रयास ने हरियाणा में प्रशासनिक पारदर्शिता और जवाबदेही को एक नई दिशा दी है।
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