माका ट्रॉफी जीतने वाली देश की पहली प्राइवेट यूनिवर्सिटी बनी चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी
माका ट्रॉफी जीतने वाली देश की पहली प्राइवेट यूनिवर्सिटी बनी चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी
17 जनवरी 2025 को राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू द्वारा सीयू को प्रतिष्ठित माका ट्रॉफी और 20 लाख रुपये का दिया जाएगा नकद पुरस्कार
सीयू के स्टूडेंट और अंतर्राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी संजय को अर्जुना पुरस्कार से किया जाएगा सम्मानित
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने रचा स्वर्णिम इतिहास, पहली बार ओवरऑल माका ट्रॉफी पर किया कबजा
खेलों के क्षेत्र में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के खिलाड़ियों ने बनाया अपना वर्चस्व, सबसे कम समय में प्रतिष्ठित माका ट्रॉफी प्राप्त करने वाली बनी यूनिवर्सिटी
भारत प्रधानमंत्री मोदी के उस सपने को साकार करने के लिए कर रहे काम, जिसके तहत देश को विश्व में खेलों में शीर्ष 10 प्रदर्शन करने वाले देशों में शामिल जाएगा किया : राज्यसभा सांसद और सीयू के चांसलर सतनाम सिंह संधू
चंडीगढ़/मोहाली
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने पहली बार ओवरऑल यूनिवर्सिटी विजेता के तौर पर मौलाना अबुल कलाम आजाद (माका) ट्रॉफी जीत कर इतिहास रच दिया है। इसके साथ यह ट्रॉफी हासिल करने वाली देश की पहली निजी यूनिवर्सिटी बन गई है। वहीं, एलपीयू (लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी) को प्रथम रनर अप घोषित किया गया और जीएनडीयू (गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी) को दूसरा रनर अप घोषित किया गया। पहली खास बात यह है कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने महज 12 साल के कम समय में यह प्रतिष्ठित पूरस्कार हासिल किया है जोकि हमारे लिए ही नहीं बल्कि संपूर्ण भारत के लिए गर्व की बात है। दूसरी यह की चंडीगढ़ के ही यूनिवर्सिटी के बीए के स्टूडेंट व अंतर्राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी संजय को अर्जुना अवार्ड प्रदान किया जाएगा। खेल मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2024 का एलान गुरुवार को कर दिया गया है। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू 17 जनवरी 2025 को राष्ट्रपति भवन में विजेताओं को सम्मानित करेंगी। इसमें चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के शानदार प्रदर्शन के लिए माका ट्रॉफी के साथ 20 लाख रुपये को चैक भी पूरस्कार के तौर सौंपा जाएगा।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के अकादमिक उत्कृष्टता तक सीमित नहीं है, बल्कि खेल जगत में भी राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय मंच पर पदक जीतकर नए कीर्तिमान स्थापित कर के भारतीय खेलों के भविष्य को भी आकार दे रही है। सीयू के एथलीटों ने देश को गौरवांवित करते हुए साल 2023-24 में राष्ट्रीय और अंतरर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में 134 पदक जीते हैं। सीयू के स्टूडेंट्स ने एशियाई खेलों में भारत द्वारा विजित 107 पदक तालिका में 8 स्वर्ण और 2 कांस्य पदक जीत उल्लेखनीय योगदान दिया है। एशियाई खेलों में भाग लेने वाले 653 खिलाड़ियों के भारतीय दल में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के 22 खिलाड़ियों का प्रतिनिधित्व सबसे अधिक था। इसके साथ ही पिछले साल हुई खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2024 में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने अपना पहला केआईयूजी खिताब जीता था। इसमें चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने 32 स्वर्ण पदक जीतकर खिताब जीता। उन्होंने 18 रजत और 21 कांस्य पदक भी जीते, जिससे कुल 71 पदक प्राप्त किए थे। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के खिलाड़ियों व कोच को खेल जगत की प्रतिष्ठित माका ट्रॉफी के साथ राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू द्वारा 17 जनवरी 2025 को राष्ट्रपति भवन में सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा समिति के नियमावली के आधार पर और उचित जांच के बाद, सरकार ने अन्य खिलाड़ियों, कोचों, यूनिवर्सिटीयों और अन्य इकाई को पुरस्कार देने का भी फैसला किया है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्रों ने न केवल खेलों इंडिया में ओवरऑल विजेता की ट्रॉफी हासिल की बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी पदक हासिल कर देश को गौरवान्वित किया है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के 8 छात्रों ने पेरिस ओलंपिक 2024 में देश का प्रतिनिधित्व किया।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने साल 2024 में खिलाड़ियों को छात्रवृत्ति के लिए 8.5 करोड़ रुपये का वार्षिक बजट आवंटित किया था जिसमें 3.84 करोड़ रुपये की मेजर ध्यानचंद छात्रवृत्ति सहित वार्षिक छात्रवृत्ति के रूप में दी जाने वाली वित्तीय सहायता शामिल है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में, सीयू में 562 लड़कियों सहित 1183 छात्र छात्रवृत्ति का लाभ उठा रहे हैं। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी न केवल उन्हें विश्वस्तरीय सुविधाएं एवं मार्गदर्शन प्रदान करती है बल्कि उनके विशेष आहार, खेल किट, खेल प्रतियोगिता स्थलों पर दौरे का खर्च, कोचिंग खर्च, छात्रावास आवास सहित अन्य सुविधाएं के समग्र खर्चों को वहन भी करती है। हम राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने वाले छात्रों को पोषित करते है।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की इस शानदार उपलब्धि से उत्साहित चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर और राज्यसभा सांसद सतनाम सिंह संधू ने सी.यू. एथलीटों को बधाई देते हुए कहा, "यह वास्तव में हम सभी के लिए गर्व का क्षण है कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी वर्ष 2024 के लिए प्रतिष्ठित माका ट्रॉफी जीतने वाली देश की पहली निजी यूनिवर्सिटी बन गई है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्र संजय, जो भारतीय हॉकी टीम का हिस्सा हैं, ने अर्जुन पुरस्कार जीता है जो वास्तव में एक बड़ी उपलब्धि है। मोदी सरकार के तहत, पिछले 10 वर्षों में खेलों के लिए बजट आवंटन 1643 करोड़ रुपये से दोगुना होकर 3442 करोड़ रुपये हो गया है।
वर्ष 2017-18 में शुरू की गई खेलो इंडिया जैसी पहल ने जमीनी स्तर पर खेल प्रतिभाओं को निखारा है और यूनिवर्सिटीयों तथा स्कूल स्तर पर खेलों को बढ़ावा दिया है। परिणामस्वरूप, 6 वर्षों की छोटी सी अवधि में यूनिवर्सिटीयों तथा स्कूलों से 6000 खिलाड़ियों का चयन किया गया तथा उन्हें राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खेलों के लिए प्रशिक्षित किया गया।
संधू ने कहा, "मोदी सरकार ने पदक विजेताओं को दी जाने वाली पुरस्कार राशि में भी वृद्धि की है तथा मेधावी खिलाड़ियों के लिए पेंशन भी शुरू की है। राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के लिए पुरस्कार राशि 7.5 लाख रुपये से बढ़ाकर 25 लाख रुपये कर दी गई है, द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए पुरस्कार राशि 5 लाख रुपये से बढ़ाकर 10 लाख रुपये कर दी गई है। इसी प्रकार, अर्जुन पुरस्कार के लिए पुरस्कार राशि 5 लाख रुपये से बढ़ाकर 15 लाख रुपये तथा ध्यानचंद पुरस्कार के लिए पुरस्कार राशि 7.5 लाख रुपये से बढ़ाकर 25 लाख रुपये कर दी गई है। मोदी सरकार के तहत, युवा मामले एवं खेल मंत्रालय के लिए बजट आवंटन में भी पिछले कुछ वर्षों में कई गुना वृद्धि हुई है, वर्ष 2004-05 में मात्र 466 करोड़ रुपये से वित्त वर्ष 2023-24 के लिए खेलों के लिए बजट को बढ़ाकर 3397.32 करोड़ रुपये कर दिया गया है।
उनके नेतृत्व में उठाए गए इन सभी कदमों का नतीजा यह हुआ है कि भारतीय एथलीटों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर असाधारण प्रदर्शन करते हुए देश के लिए पदक जीते हैं। हम भारत को खेलों में दुनिया के शीर्ष 10 प्रदर्शन करने वाले देशों में शुमार करने के पीएम मोदी के सपने को साकार करने के लिए काम कर रहे हैं।”
Kk
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