चंडीगढ़ पुलिस में पुलिसकर्मियों का लगातार VRS लेना चिंता का विषय;
24 पुलिसकर्मी रिटायर, 6 इंस्पेक्टर और 3 ASI ने लिया VRS
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 03 मार्च। चंडीगढ़ पुलिस में 28 फरवरी को बड़ा फेरबदल हुआ, जब 24 पुलिसकर्मी सेवानिवृत्त हुए। इनमें डीएसपी से लेकर हवलदार तक के अधिकारी शामिल हैं। खास बात यह है कि इनमें से 6 इंस्पेक्टर और 3 एएसआई ने स्वेच्छा से वॉलंटरी रिटायरमेंट (VRS) लिया। इन पुलिस अधिकारियों ने अपने वरिष्ठ अफसरों को लिखित में सूचित किया कि वे अब सेवा जारी नहीं रखना चाहते।
इन 6 इंस्पेक्टरों ने लिया VRS
VRS लेने वाले 6 इंस्पेक्टरों में सुशील कुमार, दलबीर सिंह, चंद्रमोहन, अमरीक सिंह, दिनेश कुमार और शमशेर सिंह शामिल हैं। इनके अलावा, ASI परविंदर कौर, कुलविंदर सिंह और राम कर्ण ने भी स्वेच्छा से रिटायरमेंट लिया। इन सभी ने निजी और पारिवारिक कारणों को इसकी वजह बताया है।
रिटायरमेंट से पहले मिला वन रैंक प्रमोशन
VRS लेने वाले सभी 6 इंस्पेक्टर पहले सब-इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत थे, लेकिन नियमों के तहत सेवानिवृत्ति से पहले उन्हें एक रैंक प्रमोशन देकर इंस्पेक्टर बनाया गया। पुलिस विभाग ने शाम को आयोजित एक फेयरवेल समारोह में इन सभी पुलिसकर्मियों को सम्मानपूर्वक विदाई दी।
पुलिस विभाग में अब होंगे प्रमोशन और तबादले
पुलिसकर्मियों की इस बड़े स्तर पर रिटायरमेंट के बाद अब चंडीगढ़ पुलिस में प्रमोशन और तबादलों का दौर शुरू हो गया है। शुक्रवार को कई पुलिसकर्मियों को एएसआई पद पर प्रमोट किया गया, जबकि जल्द ही कांस्टेबलों को हवलदार के पद पर प्रमोशन दिया जाएगा। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अगले हफ्ते विभाग में बड़े स्तर पर प्रमोशन और ट्रांसफर संभावित हैं।
पुलिसकर्मियों का लगातार VRS लेना चिंता का विषय
पिछले कुछ वर्षों में चंडीगढ़ पुलिस के कई अधिकारी स्वेच्छा से रिटायर हो चुके हैं, जिससे यह एक चिंता का विषय बनता जा रहा है। इससे पहले गैलेंट्री अवॉर्ड विजेता इंस्पेक्टर अमनजोत समेत कई अनुभवी पुलिस अधिकारी VRS ले चुके हैं। लगातार पुलिसकर्मियों का इस तरह नौकरी छोड़ना विभाग के लिए एक चुनौती बन सकता है। अब देखना होगा कि पुलिस प्रशासन इस स्थिति से कैसे निपटता है और नई नियुक्तियों से पुलिस बल को कैसे मजबूत करता है।
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