रोज गार्डन की दीवार विवाद
चुने हुए प्रतिनिधियों को जनता के सरोकारों पर भी आवाज उठानी चाहिए: आर.के. गर्ग
बाबूशाही ब्यूरो
चंडीगढ़, 02 मार्च 2025: शहर के जाने-माने समाजसेवी आर.के. गर्ग ने रोज गार्डन की दीवार को लेकर हो रहे विरोध पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों की जिम्मेदारी केवल उनके वार्ड या क्षेत्र तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि उन्हें हर महत्वपूर्ण मुद्दे पर अपनी आवाज बुलंद करनी चाहिए।
रोज गार्डन की दीवार पर जनता का विरोध जारी
गर्ग ने बताया कि कई दिनों से रोज गार्डन की दीवार को लेकर चर्चा हो रही है, और पहले दिन से ही लोगों ने इसका विरोध किया है। 28 फरवरी को लोगों ने एक शांतिपूर्ण मार्च निकालकर इस मुद्दे पर जागरूकता बढ़ाने की कोशिश की। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि शहर के चुने हुए प्रतिनिधि इस विरोध से अब तक दूर ही रहे हैं।
"प्रतिनिधियों को जनता के मुद्दों से मुंह नहीं मोड़ना चाहिए"
आर.के. गर्ग ने इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जनता द्वारा चुने गए पार्षद, विधायक या नॉमिनेटेड सदस्य इस मुद्दे पर चुप हैं, जो यह दिखाता है कि वे इसे अपना मामला नहीं मानते। उन्होंने कहा कि ग्रीनरी, हेरिटेज, पार्किंग और ट्रैफिक जैसी समस्याएं पूरे शहर की हैं, और इन पर सभी जनप्रतिनिधियों को अपनी राय रखनी चाहिए।
"कारपोरेशन के दायरे से बाहर आकर भी जनता की आवाज बनें"
गर्ग ने कहा कि पार्षदों को सिर्फ अपने वार्ड तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि पूरे शहर की भलाई के लिए प्रशासन से बातचीत करनी चाहिए। उन्होंने रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों और अन्य संगठनों से भी अपील की कि वे प्रशासन के सामने जनता की आवाज उठाएं।
"पर्यावरण जैसे मुद्दों पर भी होनी चाहिए बहस"
गर्ग ने यह भी कहा कि पर्यावरण से जुड़े मामलों पर भी जनप्रतिनिधियों को खुलकर बोलना चाहिए। उन्होंने प्रशासन से भी अपील की कि वह जनता की भावनाओं को समझे और उनके हित में निर्णय ले।
जनप्रतिनिधियों और प्रशासन से अपील
आर.के. गर्ग ने अंत में कहा कि जनता के हर सरोकार पर चुने हुए प्रतिनिधियों को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए और सिर्फ म्युनिसिपल कार्यों तक सीमित रहने के बजाय, शहर के बड़े मुद्दों पर भी अपनी राय रखनी चाहिए। उन्होंने सभी सामाजिक संगठनों से भी आह्वान किया कि वे इस मुद्दे पर आगे आएं और प्रशासन से जनता के पक्ष में फैसले की मांग करें।
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