कुरुक्षेत्र के देवीकूप भद्रकाली मंदिर में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, नवरात्रि पर घोड़ा चढ़ाने की अनोखी परंपरा निभाई
बाबूशाही ब्यूरो
कुरुक्षेत्र, 30 मार्च। चैत्र नवरात्रि के पहले दिन हरियाणा के एकमात्र शक्तिपीठ श्री देवीकूप भद्रकाली मंदिर में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा। धर्मनगरी कुरुक्षेत्र स्थित इस ऐतिहासिक मंदिर में भक्तों ने मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना की और अपनी मनोकामनाएं मांगी।
मंदिर की मुख्य पुजारिन शिमला देवी ने बताया कि नवरात्रि और नव संवत्सर के पहले दिन सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। श्रद्धालु मां के दरबार में विशेष श्रद्धा और आस्था के साथ हाजिरी लगा रहे हैं। इस मौके पर मंदिर को विशेष रूप से सजाया गया और भक्तों के लिए मां का अनमोल खजाना (प्रसाद) वितरित किया गया।
मन्नत पूरी होने पर चढ़ाया जाता है घोड़ा
भद्रकाली मंदिर में घोड़े का स्टैच्यू चढ़ाने की अनूठी परंपरा है, जो महाभारत काल से चली आ रही है। मान्यता है कि पांडवों ने महाभारत के युद्ध में विजय प्राप्त करने के बाद यहां घोड़े अर्पित किए थे। तभी से भक्तों द्वारा मन्नत पूरी होने पर घोड़े की प्रतिमा चढ़ाने की परंपरा कायम है। इस वर्ष भी श्रद्धालुओं ने इस परंपरा को निभाते हुए घोड़े अर्पित किए।
महाभारत काल से जुड़ा मंदिर का इतिहास
यह मंदिर सिर्फ हरियाणा ही नहीं, बल्कि पूरे देश में आस्था का प्रमुख केंद्र है। मान्यता है कि जो भी इस मंदिर में सच्चे मन से मन्नत मांगता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। नवरात्रि के अवसर पर यहां देशभर से श्रद्धालु माता के दर्शन करने आते हैं।
चैत्र नवरात्रि के अवसर पर कुरुक्षेत्र का यह पवित्र स्थल भक्तिमय माहौल से गूंज उठा। मंदिर प्रशासन ने भक्तों की सुविधा और सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए हैं, ताकि श्रद्धालु मां भद्रकाली के दर्शन बिना किसी बाधा के कर सकें।
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