Himachal News: प्रदेश में सरेंडर रूटों पर नहीं चली बसें, अब तक मात्र आठ रूट पर ही आ सकी प्राइवेट बसें
छह महीने से ऊपर का समय भी निकला, फिलहाल HRTC दे रहा सेवाएं
बाबूशाही ब्यूरो
शिमला, 14 अप्रैल 2025 : प्रदेश में जिन रूटों को एचआरटीसी ने सरेंडर किया था, उन पर अभी तक बसें नहीं चल पाई हैं। जानकारी के अनुसार अभी मात्र आठ रूटों पर ही प्राइवेट बसें चल सकी हैं और शेष रूटों पर अभी भी इंतजार हो रहा है। प्राइवेट आपरेटर इन सरेंडर रूटों के लिए दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। वहीं, जिन्होंने आवेदन किए भी थे और इनको रूट भी मिल गए थे, उन पर अभी तक उन्होंने बसें नहीं चलाई हैं।
नियमों के अनुसार इसके लिए छह महीने का समय मिलता है, मगर अब छह महीने से ज्यादा का समय हो चुका है, अभी भी उन रूटों पर बसें नहीं चली हैं। हालांकि आम जनता की सुविधा के लिए एचआरटीसी ने रूट बहाल रखे हैं, परंतु फिर भी एचआरटीसी इन रूटों से छुटकारा चाहता है। हाल ही में परिवहन विभाग से एचआरटीसी ने इस संबंध में जानकारी मांगी है और पूछा है कि कब तक सरेंडर होने के बाद आबंटित हुए रूटों पर बसें चलेंगी।
बता दें कि अभी हिमाचल पथ परिवहन निगम ने और 40 रूट सरेंडर कर दिए हैं, वहीं एक और सूची तैयार की जा रही है, जिसकी अनुमति सरकार से मिल चुकी है। एचआरटीसी ने अपनी इस सूची को संशोधित करके परिवहन विभाग को भेजा था और परिवहन विभाग ने इसे अधिसूचित भी कर दिया है।
परिवहन विभाग ने इस पर निजी बस ऑपरेटर्ज से आवेदन मांगे थे, लेकिन कुछ ही रूटों पर उन्होंने दिलचस्पी दिखाई, जिसके बाद मामला अभी ठंडा पड़ा है। इससे पहले परिवहन विभाग 84 रूट आबंटित कर चुका है। हालांकि उन पर अभी तक बसें नहीं चली हैं, जिसको लेकर एचआरटीसी ने अब जानकारी मांगी है।
एचआरटीसी लगातार अपने घाटे वाले रूट सरेंडर करता जा रहा है और यह सिलसिला अभी जारी है। अलग-अलग आरटीओ के तहत ये रूट आते हैं। (SBP)
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