वाइब्रल टूर एंड ट्रैवल कंपनी के डायरेक्टर ठगी के आरोप में पुलिस रिमांड पर, करोड़ों की धोखाधड़ी का खुलासा
रमेश गोयत
पंचकूला, 15 जनवरी। हरियाणा, पंजाब और हिमाचल में दर्जनों लोगों से ठगी करने वाले वाइब्रल टूर एंड ट्रैवल कंपनी के डायरेक्टर सुनील देवतवाल और अनिल कुमार को पंचकूला क्राइम ब्रांच ने दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। दोनों आरोपियों को सोमवार देर शाम दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार, दोनों आरोपी कई महीनों से फरार थे और बैंकॉक भाग गए थे। दिल्ली लौटते ही इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
ठगी का रैकेट और पुलिस कार्रवाई:
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि वाइब्रल कंपनी के नाम पर दोनों डायरेक्टरों ने विभिन्न राज्यों के दर्जनों लोगों से लाखों रुपये ठग लिए। ठगी के शिकार हुए लोगों में शिमला, चंडीगढ़, मोहाली, लुधियाना, पटियाला और अन्य क्षेत्रों के लोग शामिल हैं। शिकायतें मिलने के बाद डीसीपी हिमांद्री कौशिक के निर्देश पर क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू की।
इंस्पेक्टर निर्मल सिंह और एएसआई संजीव कुमार के नेतृत्व में जांच टीम ने तकनीकी निगरानी के जरिए आरोपियों का पता लगाया। करीब आठ महीने की जांच और लोकेशन ट्रैकिंग के बाद दोनों आरोपी बैंकॉक से दिल्ली लौटे, जहां एयरपोर्ट अथॉरिटी ने क्राइम ब्रांच को सूचना दी और गिरफ्तारियां हुईं।
धोखाधड़ी का तरीका:
आरोपी टूर पैकेज के नाम पर लोगों से मोटी रकम वसूलते थे, लेकिन पैकेज के तहत वादा की गई सुविधाएं जैसे होटल बुकिंग आदि उपलब्ध नहीं कराते थे। दर्जनों शिकायतें पंचकूला, शिमला और अन्य स्थानों पर दर्ज हुई हैं।
प्राथमिकता: ठगी की रकम की बरामदगी
पुलिस अब इनसे ठगी गई राशि की बरामदगी और रैकेट के अन्य सदस्यों की पहचान में जुटी है। आरोपियों ने दिल्ली, नोएडा सहित अन्य शहरों में कार्यालय खोल रखे थे, जिन्हें बाद में बंद कर दिया गया। पुलिस को संदेह है कि यह गिरोह और भी कई राज्यों में सक्रिय हो सकता है।
पुलिस का बयान:
पंचकूला क्राइम ब्रांच के एएसआई संजीव कुमार ने कहा, "हमारी प्राथमिकता ठगी गई रकम बरामद करना और इस गिरोह के अन्य सदस्यों को पकड़ना है।"
शिकायतों की बढ़ती संख्या:
पुलिस के अनुसार, हिमाचल, पंजाब और हरियाणा में आरोपियों के खिलाफ कई शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं। चंडीगढ़ के एक परिवार द्वारा दर्ज की गई एफआईआर (धारा 406, 420, 120 बी) के आधार पर इस मामले की शुरुआत हुई थी।
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