भाजपा और कांग्रेस को भारी बगावत का करना पड़ रहा सामना
कांग्रेस व भाजपा के 91 बागी नेताओं ने निर्दलीय या अन्य दलों से भरे पर्चे
हिसार से सावित्री जिंदल और सोनीपत से राजीव जैन प्रमुख
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 13 सितम्बर 2024--हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया खत्म हो चुकी है, जिसमें 1700 से ज्यादा उम्मीदवारों ने नामांकन भरा है। इस चुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों को भारी बगावत का सामना करना पड़ रहा है। कांग्रेस व भाजपा के 91 बागी नेताओं ने निर्दलीय या अन्य दलों से पर्चे भरे हैं। नामांकन के आखिरी दिन, कांग्रेस में 33 और भाजपा में 16 सीटों पर बगावत देखी गई।
कांग्रेस में अब तक कुल 37 सीटों पर 59 नेता बगावत कर चुके हैं, जबकि 31 सीटों पर 44 नेताओं ने निर्दलीय या अन्य पार्टियों से चुनाव लड़ने के लिए नामांकन किया है। प्रमुख बागियों में पानीपत शहरी से पूर्व विधायक रोहिता और पानीपत ग्रामीण से पूर्व पार्षद विजय जैन शामिल हैं। भाजपा में भी 49 सीटों पर 78 बागी सामने आए हैं, जिनमें 34 सीटों पर 47 नेताओं ने निर्दलीय या अन्य दलों से चुनाव लड़ने का फैसला किया है। प्रमुख बागियों में हिसार से देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल और सोनीपत से पूर्व सीएम के मीडिया सलाहकार राजीव जैन शामिल हैं।
कांग्रेस ने भिवानी सीट को सीपीआई (एम) को इंडिया गठबंधन के तहत दे दिया है और उकलाना से सांसद कुमारी सैलजा की जगह पूर्व विधायक नरेश सेलवाल को उतारा है। भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनों ही 90 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। इनेलो, बसपा और हलोपा का गठबंधन 51, 37 और 1 सीट पर चुनाव लड़ रहा है, जबकि जजपा और एसएसपी ने 85 प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं।
भाजपा से मंत्री और विधायक भी बगावत पर आए नेता
हिसार से सावित्री जिंदल
रानियां से रणजीत सिंह
सोनीपत से राजीव जैन
तोशाम से शशिरंजन परमार
गन्नौर से देवेंद्र कादियान
पृथला से नयनपाल रावत
लाडवा से संदीप गर्ग
भिवानी से विनोद चावला
अटेली से संतोष यादव
रेवाड़ी से प्रशांत सन्नी
इसके अलावा, कई अन्य बागियों ने भी निर्दलीय या दूसरे दलों से चुनाव लड़ने का फैसला किया है, जिससे भाजपा और कांग्रेस को चुनाव में अंदरूनी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। हरियाणा विधानसभा चुनाव में नाराजगी और बगावत का सिलसिला जारी है। कई नेताओं ने अपनी पार्टियों से असंतुष्ट होकर निर्दलीय या दूसरे दलों से चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
कोसली, बवानीखेड़ा, और गोहाना में भी नेताओं में नाराजगी सामने आई है। कोसली से बिक्रम ठेकेदार और सतीश खोला नाराज हैं, बवानीखेड़ा से बिशंबर, और गोहाना से तीर्थ राणा असंतुष्ट हैं। रादौर में कर्णदेव कंबोज कांग्रेस में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं।
कांग्रेस के कई प्रमुख चेहरे या तो निर्दलीय या दूसरे दलों से चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें शामिल हैं:
पुंडरी से विधायक रणधीर गोलन
नलवा से संपत्त सिंह
बल्लभगढ़ से शारदा राठौर
तिगांव से ललित नागर
भिवानी से अभीजित लाल सिंह और नीलम अग्रवाल
अंबाला सिटी से जसबीर मलौर
कई अन्य नेता जैसे:
अटेली से हेमंत शर्मा
पानीपत शहरी से रोहिता रेवड़ी
पानीपत ग्रामीण से विजय जैन
बरवाला से संजना सातरोड
हांसी से नरेश यादव
उचाना कलां से वीरेंद्र घोघड़िया
झ’जर से संजीत कबलाना
गोहाना से हर्ष छिक्कारा
गुहला से दिल्लूराम बाजीगर और नरेश ढांडे
कोसली से मनोज कोसलिया
पटौदी से सुधीर चौधरी
इन सभी ने निर्दलीय या अन्य दलों से नामांकन किया है।
अन्य पार्टियों में भी बदलाव हो रहे हैं। अंबाला कैंट में पूर्व मंत्री निर्मल सिंह की बेटी चित्रा सरवारा ने डेमोक्रेटिक फ्रंट से, साढौरा से बृजपाल छप्पर, और नरवाना से विद्या रानी दनौदा इनेलो-बसपा गठबंधन से चुनाव लड़ रहे हैं। गुरुग्राम में पूर्व विधायक उमेश अग्रवाल की पत्नी अनीता अग्रवाल भाजपा में शामिल हो गई हैं।
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