भाखड़ा ब्यास इम्प्लाईज यूनियन की भूख हड़ताल 13वें दिन में प्रवेश, मांगों पर अडिग रहा संघर्ष
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 20 जनवरी।
भाखड़ा ब्यास इम्प्लाईज यूनियन (एटक-ऐफी) द्वारा कर्मचारियों की लंबित मांगों को लेकर सेक्टर-19बी स्थित बीबीएमबी मुख्यालय के समक्ष चल रही क्रमिक भूख हड़ताल आज 13वें दिन में प्रवेश कर गई। इस आंदोलन में जालंधर यूनिट के गुरशरण सिंह और तरसेम सिंह ने भूख हड़ताल समाप्त कर साथी काबुल सिंह और जसविंदर सिंह के साथ जूस पीकर नई टीम को सौंपा। अब 24 घंटे के लिए कुरुक्षेत्र यूनिट के कुलदीप सिंह और श्यामलाल भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं।
प्रमुख मांगें:
यूनियन के प्रधान अशोक कुमार शर्मा ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि कर्मचारियों की मांगें पूरी होने तक यह संघर्ष जारी रहेगा। मांगें निम्नलिखित हैं:
- 2022/23 और 2023/24 का लंबित उत्पादन भत्ता।
- राजस्थान और अन्य राज्यों से आए कर्मचारियों को बीबीएमबी के वेतनमान का लाभ।
- अनुबंधित कर्मचारियों को नियमित करके ओवरटाइम, मेडिकल, और छुट्टियों की सुविधा।
- 1 जनवरी 2016 से 30 जून 2021 तक का बकाया एरियर।
- पार्ट-टाइम कर्मचारियों का समय बढ़ाकर डीसी रेट सेंटर लागू करना और उन्हें नियमित करना।
- सभी कर्मचारियों के लिए कैशलेस सुविधा।
- आउटसोर्स भर्ती बंद कर सीधी भर्ती और डेली वेज कर्मचारियों का नियमितीकरण।
- ब्यास डैम की 50वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में कर्मचारियों को दो महीने का अतिरिक्त वेतन।
- पेस्को के माध्यम से रखे कर्मचारियों को श्रमायुक्त चंडीगढ़ के आदेशानुसार बकाया एरियर का भुगतान।
यूनियन का कहना है कि जब तक उनकी मांगों का समाधान नहीं होता, यह क्रमिक भूख हड़ताल जारी रहेगी। उन्होंने प्रशासन पर कर्मचारियों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि यह संघर्ष सभी कर्मचारियों के हितों की लड़ाई है।
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