बीबीएमबी मुख्यालय के बाहर एटक की भूख हड़ताल 39वें दिन जारी, आमरण अनशन पर जल्द फैसला
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 15 फरवरी 2025: भाखड़ा-ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (बीबीएमबी) के कर्मचारियों की लंबित मांगों को लेकर एटक (ऐफी) यूनियन द्वारा क्रमिक भूख हड़ताल शनिवार को 39वें दिन में प्रवेश कर गई। यूनियन नेताओं ने बोर्ड प्रबंधन के रवैये को गैर-जिम्मेदार बताया और आमरण अनशन का निर्णय रविवार को होने वाली वर्किंग कमेटी की बैठक में लेने की घोषणा की।
कौन-कौन हुआ भूख हड़ताल पर शामिल?
शनिवार को संगरूर-पटियाला यूनिट के गुरजंट सिंह और बी.एस.एल. प्रोजेक्ट सुंदरनगर यूनिट के चेतराम ने क्रमिक अनशन का नेतृत्व संभाला। इससे पहले जालंधर यूनिट के प्रधान तरसेम सिंह और कामरेड गुरशरण सिंह को जूस पिलाकर अनशन से उठाया गया।
यूनियन के सलाहकार कामरेड मोहन लाल वर्मा और कामरेड काबुल सिंह ने नए भूख हड़ताली साथियों को हार पहनाकर संघर्ष जारी रखने का आह्वान किया।
लाखों के जिंक चोरी मामले में जांच की मांग
यूनियन के महासचिव सुरेश कुमार सैनी ने बीबीएमबी नंगल डैम प्रोजेक्ट के स्टोर डिवीजन में लाखों रुपये के जिंक और अन्य सामान की चोरी के मामले को उठाते हुए उच्च स्तरीय स्वतंत्र जांच की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारियों की लापरवाही के कारण यह चोरी संभव हुई, जिससे कर्मचारियों में भारी रोष है।
सैनी ने बताया कि बीबीएमबी डेलीवेज वर्कर्स यूनियन नंगल ने भी अपनी मांगों को लेकर 6 फरवरी से मुख्य अभियंता कार्यालय, भाखड़ा बांध, नंगल के सामने क्रमिक भूख हड़ताल शुरू कर दी है।
बोर्ड मैनेजमेंट पर नकारात्मक रवैये का आरोप
कामरेड मोहन लाल वर्मा ने आरोप लगाया कि बोर्ड प्रबंधन ने अब तक कर्मचारियों की मांगों पर कोई संवेदनशीलता नहीं दिखाई और संघर्ष को और तेज करने की जरूरत है।
यूनियन ने 6 फरवरी को बोर्ड अध्यक्ष और प्रशासन को आमरण अनशन की चेतावनी पत्र (संख्या 2025/104-135) भी जारी कर दिया था। अब 16 फरवरी को यूनियन की बैठक में आमरण अनशन की घोषणा हो सकती है।
क्या हो सकती है आगे की रणनीति?
यूनियन महासचिव सुरेश कुमार सैनी ने कहा कि जब तक बोर्ड प्रबंधन यूनियन से बैठक नहीं करता और मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
यूनियन ने मांग उठाई कि छुट्टी पर भेजे गए अधिकारियों को दोबारा ड्यूटी पर बुलाने के बजाय, उन्हें भी सस्पेंड किया जाए। साथ ही, एस.डी.ओ., जे.ई. और स्टोर कीपर पर भी कड़ी कार्रवाई की जाए।
कर्मचारियों में बढ़ता रोष
लगातार 39 दिनों से जारी हड़ताल के चलते कर्मचारियों में नाराजगी बढ़ रही है। यूनियन नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि बोर्ड प्रबंधन जल्द समाधान नहीं करता, तो आंदोलन और उग्र होगा और आमरण अनशन शुरू किया जाएगा।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here →
Click to Follow हिन्दी बाबूशाही फेसबुक पेज →