अमेरिका से भारतीयों के डिपोर्ट का मामला : पंजाब पुलिस ने पटियाला से ट्रैवल एजेंट को गिरफ्तार किया
चंडीगढ़, 15 फरवरी, 2025 - पंजाब पुलिस के एनआरआई मामलों की शाखा ने अवैध आव्रजन घोटाले में शामिल चार आरोपियों में से एक, ट्रैवल एजेंट अनिल बत्रा को गिरफ्तार किया है।
यह सफलता पंजाब पुलिस द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा उन ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ 10 एफआईआर दर्ज करने के बाद मिली, जिन पर कथित तौर पर अमेरिका में अवैध प्रवेश की सुविधा देने का झूठा वादा करके पीड़ितों को ठगने का आरोप था, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें निर्वासित कर दिया गया था।
उल्लेखनीय है कि अवैध आव्रजन गतिविधियों में शामिल धोखाधड़ी करने वाले ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ शिकायतों की जांच के लिए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव द्वारा चार सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया था। एसआईटी निर्वासित लोगों को आगे आने तथा यह सुनिश्चित करने में मदद करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है कि कानून का उल्लंघन करने वालों को कानून के अनुसार दंडित किया जाए।
एडीजीपी एनआरआई मामले प्रवीण सिन्हा के नेतृत्व वाली एसआईटी के निर्देशों पर कार्रवाई करते हुए, एसपी एनआरआई मामले पटियाला गुरबंस सिंह बैंस की निगरानी में एसएचओ पुलिस स्टेशन एनआरआई पटियाला इंस्पेक्टर अभय सिंह चौहान के नेतृत्व वाली टीम ने आरोपी अनिल बत्रा को गिरफ्तार किया है।
आरोपी अनिल बत्रा निवासी शांति नगर, टेका मार्केट, थानेसर, कुरुक्षेत्र, हरियाणा को पटियाला स्थित उसके ससुराल (5-ई प्रताप नगर) से गिरफ्तार किया गया है। उन पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 406, 420, 370 और 120-बी तथा आव्रजन अधिनियम की धारा 24 के तहत एफआईआर संख्या 06 दिनांक 08-02-2025 पर मामला दर्ज किया गया था। बत्रा पर शिकायतकर्ता के लिए सूरीनाम का वीजा और टिकट की व्यवस्था करके अवैध आव्रजन गतिविधियों को सुविधाजनक बनाने का आरोप है। सूरीनाम का यह मरीज ब्राजील या कोलंबिया सहित अन्य दक्षिण अमेरिकी देशों से होते हुए स्थल मार्ग से मध्य अमेरिका में प्रवेश कर गया। मध्य अमेरिका में, वह पनामा, कोस्टा रिका, निकारागुआ, होंडुरास, ग्वाटेमाला और मैक्सिको जैसे देशों से होते हुए अंततः तस्करों की मदद से अवैध रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएसए) पहुंच गया। इस संबंध में कार्रवाई करते हुए अनिल बत्रा के बैंक खाते को 14 फरवरी 2025 तक 6.35 लाख रुपये के बैलेंस के साथ फ्रीज कर दिया गया है।
डीजीपी गौरव यादव ने इन आपराधिक नेटवर्कों को ध्वस्त करने और निर्दोष व्यक्तियों को शोषण से बचाने के लिए पंजाब पुलिस की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने जनता से अपील की कि वे ऐसी कोई भी जानकारी सामने लाएं जिससे उन आरोपियों को पकड़ने में मदद मिल सके जिनके खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं। इसके अतिरिक्त, डीजीपी ने नागरिकों को सलाह दी कि वे आव्रजन सेवाओं के लिए केवल लाइसेंस प्राप्त एजेंटों से ही संपर्क करें तथा धोखाधड़ी का शिकार होने से बचने के लिए अपने दस्तावेजों का अच्छी तरह से सत्यापन कराएं।
kk
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