बीबीएमबी में करोड़ों के जिंक चोरी मामले की जांच अधूरी, अफसरों को क्लीन चिट देने पर भड़की यूनियन
कर्मचारियों की लंबित मांगों पर भी नहीं हो रही सुनवाई, भूख हड़ताल 53वें दिन में प्रवेश
बाबूशाही ब्यूरो
चंडीगढ़, 1 मार्च 2025: भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB) में हुए करोड़ों रुपये के जिंक चोरी के मामले की जांच पूरी होने से पहले ही अफसरों को क्लीन चिट दिए जाने पर भाखड़ा ब्यास इम्प्लाइज यूनियन (एटक) और कोर्डिनेशन कमेटी ने कड़ा विरोध जताया है। यूनियन ने इस मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग उठाई है।
इस मुद्दे को लेकर बीबीएमबी मुख्यालय, चंडीगढ़ में यूनियन की क्रमिक भूख हड़ताल शनिवार को 53वें दिन में प्रवेश कर गई। यूनियन के पदाधिकारियों ने बोर्ड प्रशासन पर भ्रष्टाचार और लापरवाही के गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जब तक मामलों की निष्पक्ष जांच नहीं होगी और कर्मचारियों की मांगें पूरी नहीं की जाएंगी, तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
भूख हड़ताल में कर्मियों की भागीदारी बढ़ी
भूख हड़ताल पर बैठे गगुंवाल ऑल बीबीएमबी रिटायरी यूनियन (एटक) के साथी सुशील कुमार और कृष्ण सिंह को शनिवार को जूस पिलाकर हड़ताल से उठाया गया, जबकि अगले 24 घंटे के लिए सुदंर नगर यूनिट के हंसराज और राजकुमार को भूख हड़ताल पर बैठाया गया। इस दौरान यूनियन के महासचिव सुरेश कुमार सैनी और अन्य पदाधिकारियों ने कर्मचारियों की मांगों पर प्रबंधन के नकारात्मक रवैये की कड़ी आलोचना की।
सीबीआई जांच की मांग और अफसरों की बहाली पर सवाल
भाखड़ा-ब्यास इम्प्लाइज यूनियन (एटक) के प्रधान अशोक कुमार शर्मा ने नंगल में हुए करोड़ों रुपये के जिंक चोरी, गगुंवाल में पेड़ों की अवैध कटाई और वाटर सप्लाई सुधार के नाम पर पंप व मोटर की फर्जी खरीद के मामलों की सीबीआई जांच कराने की मांग की है।
यूनियन ने आरोप लगाया कि जिंक चोरी मामले में कथित संलिप्त अधिकारियों को जबरन छुट्टी पर भेजा गया था, लेकिन महज 10 दिनों बाद ही उन्हें फिर से ड्यूटी ज्वाइन करा दी गई। यूनियन ने ऐसे अधिकारियों को सस्पेंड करने की मांग की है और आरोप लगाया है कि प्रबंधन द्वारा भ्रष्टाचार को दबाने की कोशिश की जा रही है।
आंदोलन तेज करने की तैयारी, 11 मार्च से आमरण अनशन का ऐलान
बीबीएमबी कोर्डिनेशन कमेटी ने 27 फरवरी 2025 को नंगल में बैठक कर आंदोलन को और तेज करने का फैसला किया। बैठक में निर्णय लिया गया कि:
- 3 मार्च से 10 मार्च तक नंगल के सभी डिवीजन पर गेट रैली आयोजित होगी।
- 10 मार्च को रोड़ मार्च रैली निकाली जाएगी।
- 11 मार्च को चंडीगढ़ के सेक्टर-19 स्थित बीबीएमबी मुख्यालय पर आमरण अनशन शुरू किया जाएगा।
बीबीएमबी डेली वेज वर्कर्स यूनियन की हड़ताल को 24 दिन पूरे
बीबीएमबी डेली वेज वर्कर्स यूनियन 6 फरवरी 2025 से क्रमिक भूख हड़ताल पर है, जिसे शनिवार को 24 दिन पूरे हो गए। यूनियन के मुताबिक, जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, आंदोलन जारी रहेगा।
कर्मचारियों की मुख्य मांगें
- जिंक चोरी, अवैध कटाई और फर्जी खरीद मामलों की सीबीआई जांच।
- 2022-23 और 2023-24 के इन्सेंटिव और कैशलेस मेडिकल सुविधा लागू करना।
- 01.01.2016 से लंबित पे-स्केल एरियर का भुगतान।
- अनुबंध कर्मचारियों और डेली वेज वर्कर्स को स्थायी करना।
- पार्ट-टाइम कर्मचारियों के कार्य समय में बढ़ोतरी और डीसी रेट के अनुसार वेतन।
- राजस्थान व अन्य राज्यों से आए कर्मचारियों को बीबीएमबी वेतनमान देना।
यूनियन महासचिव सुरेश कुमार सैनी ने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इन घोटालों की निष्पक्ष जांच और कर्मचारियों की मांगों के समाधान की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक जिंक चोरी समेत सभी घोटालों का पर्दाफाश नहीं होगा और कर्मचारियों की मांगें पूरी नहीं होंगी, तब तक यह संघर्ष जारी रहेगा।
यदि प्रबंधन ने जल्द कदम नहीं उठाए, तो 11 मार्च से आमरण अनशन शुरू किया जाएगा।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here →
Click to Follow हिन्दी बाबूशाही फेसबुक पेज →