हिसार के नरेंद्र कुमार ने माउंट अन्नपूर्णा पर फहराया तिरंगा, 12 दिन में फतेह की दुनिया की सबसे खतरनाक चोटी
बाबूशाही ब्यूरो
हिसार, 09 अप्रैल 2025:
हरियाणा के हिसार जिले के छोटे से गांव मिंगनी खेड़ा के 28 वर्षीय पर्वतारोही नरेंद्र कुमार ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि बुलंद हौसलों के आगे दुनिया की कोई भी चोटी ऊँची नहीं होती। नरेंद्र ने नेपाल स्थित विश्व की सबसे खतरनाक पर्वत चोटियों में से एक माउंट अन्नपूर्णा (8,091 मीटर) को सफलतापूर्वक फतेह कर, 7 अप्रैल की सुबह 10:30 बजे वहां तिरंगा फहराया।
12 दिन में पूरा किया रोमांचक और जानलेवा मिशन
नरेंद्र ने इस चुनौतीपूर्ण मिशन की शुरुआत 25 मार्च 2025 को की थी। अत्यधिक दुर्गम और बर्फीले रास्तों को पार करते हुए उन्होंने महज 12 दिनों में चढ़ाई पूरी कर यह असाधारण उपलब्धि हासिल की। माउंट अन्नपूर्णा को दुनिया की सबसे खतरनाक पर्वत श्रृंखलाओं में शुमार किया जाता है, जहां अब तक कई पर्वतारोहियों की जानें भी जा चुकी हैं।
गांव से निकले, देश के लिए चमके
मिंगनी खेड़ा जैसे छोटे से गांव से निकलकर नरेंद्र ने वैश्विक स्तर पर भारत और हरियाणा का नाम रोशन किया है। ग्रामीण परिवेश से आने वाले नरेंद्र ने न केवल खुद को शारीरिक और मानसिक रूप से इस कठिन सफर के लिए तैयार किया, बल्कि पर्वतारोहण की सीमाओं को भी पार किया।
मुख्यमंत्री ने दी बधाई, हरियाणा के लिए बताया गौरव की बात
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने नरेंद्र की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर ट्वीट कर शुभकामनाएं दीं। उन्होंने लिखा:
"अन्नपूर्णा चोटी पर तिरंगा फहराकर देश को गौरवान्वित किया है। हरियाणा के इस लाल को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं। आगे भी सफलता की ऊंचाइयों को छूते रहें।"
स्थानीय प्रशासन और ग्रामीणों में खुशी की लहर
नरेंद्र की इस सफलता से उनके गांव मिंगनी खेड़ा में खुशी की लहर है। ग्रामीणों ने ढोल-नगाड़ों के साथ जश्न मनाया और परिवारजनों को बधाई दी। गांव के बुजुर्गों और युवाओं ने नरेंद्र को प्रेरणा बताते हुए कहा कि आज गांव के हर बच्चे को उनसे सीख लेनी चाहिए।
सरकार और प्रशासन से सम्मान की उम्मीद
स्थानीय पंचायत और युवा खेल संगठन नरेंद्र को राज्य स्तर पर सम्मानित करने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि नरेंद्र जैसे युवा जब देश का नाम अंतरराष्ट्रीय मंच पर रोशन करते हैं, तो उन्हें प्रोत्साहन और सरकारी सहायता भी मिलनी चाहिए।
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