पंजाब यूनिवर्सिटी में फिर भड़की हिंसा, हॉस्टल में भिड़े दो छात्र गुट, कई घायल
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 9 अप्रैल 2025:
पंजाब यूनिवर्सिटी (पीयू), चंडीगढ़ में छात्र आदित्य ठाकुर की हत्या के बाद से ही विश्वविद्यालय की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। इसी बीच मंगलवार देर रात एक बार फिर कैंपस में तनाव का माहौल पैदा हो गया, जब रात करीब 3 बजे छात्र संगठनों के बीच बॉयज हॉस्टल नंबर-4 में विवाद हो गया, जो धीरे-धीरे मारपीट और हिंसक झड़प में बदल गया।
पर्चे बांटने से शुरू हुआ विवाद
जानकारी के अनुसार, छात्र संगठन जॉइंट एक्शन कमेटी के खिलाफ विरोध स्वरूप कुछ छात्रों ने हॉस्टल के अंदर पर्चे बांटने शुरू किए। इसी दौरान वहां मौजूद कुछ छात्र इसका विरोध करने लगे। आरोप है कि ये पर्चे जेएसी के आंदोलन को बदनाम करने की मंशा से बांटे जा रहे थे। बात इतनी बढ़ गई कि कुछ ही घंटों बाद यह विवाद झड़प में तब्दील हो गया।
शाम होते-होते मारपीट में बदली झड़प, कई छात्र घायल
घटना की शुरुआत तो रात में हुई, लेकिन माहौल दिनभर गर्म रहा और शाम तक मारपीट की नौबत आ गई। झगड़े में कई छात्रों को गंभीर चोटें आई हैं। उन्हें यूनिवर्सिटी के हेल्थ सेंटर और कुछ को जीएमसीएच-32 में भर्ती करवाया गया है।
जेएसी ने लगाया बदनाम करने का आरोप
जेएसी की ओर से बयान जारी कर कहा गया कि,
“हम शांतिपूर्ण तरीके से आदित्य ठाकुर को न्याय दिलाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन कुछ तत्व हमारे आंदोलन को बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं। छात्रों को उकसाकर हिंसा फैलाई जा रही है।”
पुलिस पर उठे सवाल, सुरक्षा को लेकर चिंता
इस घटना ने एक बार फिर पीयू की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। छात्रों का आरोप है कि आदित्य ठाकुर की संदिग्ध मौत के बाद भी पुलिस और यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। न तो हॉस्टलों में सुरक्षा बढ़ाई गई और न ही कैमरों की निगरानी को सख्त किया गया।
प्रशासन ने किया जांच का आश्वासन
घटना की सूचना मिलते ही यूनिवर्सिटी प्रशासन और पुलिस टीम मौके पर पहुंची। अधिकारियों ने दोनों पक्षों के छात्रों से बात कर झगड़ा शांत कराया। प्रशासन का कहना है कि मामले की पूरी जांच की जाएगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
छात्रों में भय का माहौल, आंदोलन की चेतावनी
घटना के बाद यूनिवर्सिटी में छात्रों में भय और गुस्से का माहौल है। छात्र संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए और आदित्य ठाकुर केस की निष्पक्ष जांच नहीं हुई, तो वे क्लासों का बहिष्कार और बड़ा आंदोलन छेड़ सकते हैं।
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