मुख्यमंत्री का बड़ा ऐलान: 15 अप्रैल तक सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों को मिलेंगी पुस्तकें, निजी स्कूलों के लिए पुस्तक खरीद पर बाध्यता खत्म
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 9 अप्रैल – हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने राज्य के विद्यार्थियों के लिए कई अहम घोषणाएं की हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को 15 अप्रैल तक पाठ्यपुस्तकें उपलब्ध करा दी जाएंगी। साथ ही, प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को एक ही बुक शॉप से किताबें खरीदने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा – वे किसी भी दुकान से पुस्तकें खरीद सकते हैं।
मुख्यमंत्री सैनी चंडीगढ़ में आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे, जिसमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रभावी कार्यान्वयन को लेकर स्कूल, तकनीकी और उच्चतर शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की गई। इस मौके पर हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा भी उपस्थित रहे।
बजट में चिन्हित शैक्षिक योजनाओं पर तेज़ी से काम के निर्देश
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वर्ष 2025-26 के बजट भाषण में उल्लेखित शिक्षा से संबंधित योजनाओं और सुधारों को शीघ्रता से लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि "हमें मिलकर प्रदेश में शिक्षा के स्तर को नई ऊंचाइयों तक ले जाना है।"
विद्यार्थियों को मिलेगा डिजिटल अध्ययन सामग्री का लाभ
मुख्यमंत्री ने हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड को निर्देश दिए कि पिछले 10 वर्षों के बोर्ड परीक्षा प्रश्न पत्र और मॉक टेस्ट को बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड किया जाए। इससे विद्यार्थियों को परीक्षा की बेहतर तैयारी में मदद मिलेगी। साथ ही, बोर्ड कक्षाओं के प्रश्न पत्रों में सुधार हेतु एक समिति गठित करने का भी निर्देश दिया गया।
स्वच्छता, हरियाली और प्रेरणादायक माहौल पर फोकस
मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि सरकारी शिक्षण संस्थानों में साफ-सफाई, रंग-रोगन, हरियाली और प्रेरक स्लोगनों पर विशेष ध्यान दिया जाए। इसके अलावा, खेल और स्वच्छता जैसे विषयों पर अलग से कक्षाएं शुरू की जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आरटीई के तहत किसी भी सरकारी स्कूल में कोई भी सीट खाली नहीं रहनी चाहिए, और उच्च शिक्षा संस्थानों में भी सीटों को भरने पर जोर दिया जाए।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति का इस वर्ष पूर्ण कार्यान्वयन
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को इस वर्ष पूर्ण रूप से लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए बच्चों, अभिभावकों और युवाओं को जागरूक करने के लिए व्यापक अभियान चलाया जाएगा।
गणितीय प्रतिभाओं को मिलेगा मंच, रिसर्च संस्थानों का होगा दौरा
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि 10वीं से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए हरियाणा मैथ ओलंपियाड का आयोजन किया जाएगा। वहीं, 6वीं से 12वीं कक्षा तक के मेधावी विद्यार्थियों को इसरो, डीआरडीओ और भाभा अनुसंधान केंद्र जैसे संस्थानों का भ्रमण करवाया जाएगा।
उच्च शिक्षा संस्थानों की ट्रैकिंग के लिए बनेगा पोर्टल
स्कूलों की तरह अब कॉलेजों की प्रगति की निगरानी के लिए भी एक विशेष पोर्टल तैयार किया जाएगा। साथ ही, जो महाविद्यालय (राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद) से मान्यता पाने में असफल रहे हैं, उनकी कमियों को दूर करने के लिए विशेष कार्य योजना बनाई जाएगी।
हर जिले में बनेगा एक मॉडल संस्कृति महाविद्यालय
बैठक में बताया गया कि हर जिले में एक राजकीय महाविद्यालय को ‘मॉडल संस्कृति महाविद्यालय’ के रूप में विकसित किया जाएगा। इनमें श्रेष्ठ शैक्षणिक माहौल, समर्पित शिक्षक और विद्यार्थियों के कल्याण की सुविधाएं होंगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, उच्चतर शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विनीत गर्ग, स्कूल शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव पंकज अग्रवाल सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
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