एचएसजीपीसी के नवनिर्वाचित सदस्य जगदीश सिंह झिंडा ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए दिया इस्तीफा
बाबूवशाही ब्यूरो
चंडीगढ़, 20 जनवरी: हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एचएसजीपीसी) के नवनिर्वाचित सदस्य जगदीश सिंह झिंडा ने अपनी पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया है। वार्ड 18 से विजयी रहे झिंडा ने भारी मन से यह फैसला लिया और अपना इस्तीफा डीसी के माध्यम से गवर्नर को भेजने की बात कही।
पार्टी के 10 सदस्य ही जीत सके चुनाव
एचएसजीपीसी चुनावों में झिंडा की पार्टी को उम्मीद के मुताबिक परिणाम नहीं मिले। पार्टी के केवल 10 सदस्य ही चुनाव जीतने में कामयाब रहे। इस परिणाम को स्वीकार करते हुए झिंडा ने अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझते हुए पद छोड़ने का फैसला किया।
वार्ड 18 से जीता था चुनाव
जगदीश सिंह झिंडा वार्ड 18 से चुनाव जीते थे और अपनी सादगी और जनसेवा के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कहा, "यह फैसला मेरे लिए बेहद कठिन है, लेकिन पार्टी की हार का नैतिक दायित्व मेरा है।"
गवर्नर को भेजेंगे इस्तीफा
झिंडा ने कहा कि वे अपना इस्तीफा जिला उपायुक्त के माध्यम से राज्यपाल को भेजेंगे। उन्होंने जनता और अपने समर्थकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वे हमेशा समुदाय और समाज की सेवा के लिए तत्पर रहेंगे।
समर्थकों में निराशा
झिंडा के इस्तीफे की घोषणा के बाद उनके समर्थकों में निराशा है। समर्थकों का कहना है कि झिंडा ने अपनी भूमिका ईमानदारी और निष्ठा से निभाई है और यह फैसला उनके लिए भी अप्रत्याशित है।
राजनीतिक हलचल बढ़ी
झिंडा के इस फैसले से एचएसजीपीसी के भीतर राजनीतिक माहौल गरमा गया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि झिंडा के इस्तीफे के बाद पार्टी में नेतृत्व को लेकर क्या बदलाव होते हैं।
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