आउटसोर्स्ड वर्करों की भूख हड़ताल सातवें दिन भी जारी, प्रशासन पर लगाया अनदेखी का आरोप
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 16 मार्च: तीन महीने से वेतन न मिलने के विरोध में आउटसोर्स्ड कर्मचारियों की भूख हड़ताल आज सातवें दिन भी जारी रही। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि प्रशासन वेतन भुगतान को लेकर गंभीर नहीं है, जिससे वे आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं।
भूख हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों के नाम:
भूख हड़ताल में शामिल कर्मचारियों में शामिल हैं:
विनोद कुमार (वाटर सप्लाई, नगर निगम), अश्वनी कुमार (बिल्डिंग मेंटेनेंस), सुखविंदर सिंह, रविंद्र कुमार, अमन कुमार, पनीवेल, जगत सिंह (इलेक्ट्रिकल एडमिन), राजिंदर सिंह (पब्लिक हेल्थ एडमिन), संतोष कुमार (सीवर, नगर निगम) व सुरेश कुमार (रोड एडमिन)।
प्रदर्शनकारियों का आरोप – वेतन भुगतान में लापरवाही
कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ गवर्नमेंट एंड एमसी एम्प्लॉइज एंड वर्कर्स यूटी चंडीगढ़ के प्रधान सतिंदर सिंह, महासचिव राकेश कुमार, कैशियर किशोरी लाल, यशपाल, वरिंदर बिष्ट और सुखविंदर सिंह ने कहा कि इंजीनियरिंग विभाग के इलेक्ट्रिकल सर्कल, पब्लिक हेल्थ सर्कल, कंस्ट्रक्शन सर्कल, नगर निगम और सीटीयू के आउटसोर्स्ड कर्मचारियों को पिछले तीन महीनों से वेतन नहीं मिला।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन और लेबर विभाग श्रम कानूनों की अवहेलना कर रहे हैं, जिससे कर्मचारियों को नियमित सैलरी नहीं मिल रही। उन्होंने प्रशासन से वेतन भुगतान जल्द से जल्द करने की मांग की।
भविष्य की रणनीति – 8 अप्रैल को होगा सचिवालय का घेराव
भूख हड़ताल 28 मार्च तक जारी रहेगी। 29 मार्च को वर्करों की कन्वेंशन होगी, जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी। 8 अप्रैल को चंडीगढ़ सचिवालय का घेराव किया जाएगा
कमेटी ने प्रशासन से उच्च स्तरीय बैठक कर कर्मचारियों की मांगों को जल्द हल करने और कर्मचारी नेताओं के साथ वार्ता का रास्ता खोलने की मांग की, ताकि कर्मचारी-प्रशासन संबंधों में तनाव ना बढ़े।
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