कंगना रनोट के बयान पर हरियाणा में किसान आंदोलन की गूंज तेज
तीन कृषि कानूनों की वापसी की बात से किसानों में नाराजगी
चंडीगढ़ 26 सितम्बर 2024। कंगना रनोट के बयान के बाद हरियाणा में किसान आंदोलन की गूंज फिर से तेज हो गई है। कंगना ने हिमाचल प्रदेश की मंडी से सांसद रहते हुए किसानों के तीन कृषि कानूनों की वापसी की बात कही, जिससे किसानों में नाराजगी फैल गई। उन्होंने कहा कि किसानों को खुद इन कानूनों की मांग करनी चाहिए ताकि उनकी समृद्धि में बाधा न आए।
हालांकि, भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कंगना के बयान से खुद को और पार्टी को अलग किया और इसे उनकी व्यक्तिगत राय बताया। इसके बावजूद किसान संगठनों और खाप पंचायतों ने नाराजगी जाहिर की है। किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ और ्यरूरू नेता सरवन सिंह पंधेर ने कंगना के बयान की निंदा करते हुए कहा कि यह किसानों को जानबूझकर उकसाने का प्रयास है, और इसका हरियाणा चुनाव में भाजपा को भारी नुकसान हो सकता है।
कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने भी इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और कहा कि भाजपा के काले कानूनों को किसान पहले ही रोक चुके हैं, और यदि भाजपा फिर से इन्हें लागू करने का प्रयास करती है तो हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनने पर इसका पुरजोर विरोध होगा।
इस घटनाक्रम से साफ है कि कंगना रनोट के बयान ने हरियाणा चुनाव में किसानों के मुद्दों को फिर से केंद्र में ला दिया है, और इससे भाजपा को राजनीतिक चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
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