चंडीगढ़ शहर की सांस्कृतिक और पर्यावरणीय धरोहर को बचाने की मांग – नागरिक समूह ने दी अपनी सिफारिशें
चंडीगढ़, 11 मार्च। "सेविंग चंडीगढ़" नामक नागरिक समूह ने प्रशासन से शहर की सांस्कृतिक और पर्यावरणीय धरोहर को सुरक्षित रखने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है। समूह ने दो प्रमुख बिंदुओं पर विशेष जोर दिया है:
1. दीवार की मूल रूप में बहाली
नागरिक समूह ने मांग की है कि शहर की ऐतिहासिक दीवार को उसके मूल स्वरूप में बहाल किया जाए। इसके लिए कला और पूर्व में लगाए गए इंस्टॉलेशन को पुनः एकत्र कर इस्तेमाल किया जाए। बहाली कार्य में विशेषज्ञों की भागीदारी सुनिश्चित की जाए और इसे नेक चंद सोसाइटी समेत कला संरक्षण के अनुभवी विशेषज्ञों की निगरानी में पूरा किया जाए।
2. अनिवार्य वनीकरण
समूह ने पर्यावरण और वन मंत्रालय (MoEF&CC) द्वारा दिए गए निर्देशों के तहत उन पेड़ों के स्थान पर अनिवार्य रूप से नए वृक्ष लगाने की मांग की है, जिन्हें हाल ही में काटा गया है। इसके लिए नागरिक समाज के सदस्यों और पर्यावरणविदों की भागीदारी भी सुनिश्चित की जाए ताकि वनीकरण का काम पारदर्शी और प्रभावी हो।
नागरिक समूह का कहना है कि चंडीगढ़ की मूल संरचना और हरित विरासत को बचाने के लिए प्रशासन को इन सुझावों पर तुरंत अमल करना चाहिए।
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