चंडीगढ़ पुलिस ऑपरेशन सेल ने ड्रग्स गिरोह का भंडाफोड़ किया, दो तस्कर गिरफ्तार
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 11 मार्च: चंडीगढ़ पुलिस की ऑपरेशन सेल ने अंतरराज्यीय ड्रग तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में एक कुख्यात अपराधी दीपक थापा उर्फ कांचा शामिल है, जो लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सहयोगी बताया जा रहा है। पुलिस ने इनके कब्जे से 50 ग्राम हेरोइन, ₹4,40,000/- की ड्रग मनी, एक देशी पिस्तौल (देसी कट्टा) और एक स्प्लेंडर मोटरसाइकिल बरामद की है।
गिरफ्तारी का पूरा मामला
चंडीगढ़ पुलिस ऑपरेशन सेल की टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि ड्रग तस्कर मोटरसाइकिल से सेक्टर-48 में घूम रहे हैं। इस सूचना के आधार पर 07 मार्च 2025 को बनयान ट्री स्कूल, सेक्टर-48 के पास एक नाका लगाया गया। पुलिस टीम ने एक संदिग्ध को रोका, जो मोटरसाइकिल पर सवार था। पुलिस को देखकर उसने भागने की कोशिश की, लेकिन टीम ने उसे पकड़ लिया। जब उसकी तलाशी ली गई, तो 50 ग्राम हेरोइन बरामद हुई। पूछताछ में उसने अपनी पहचान नरिंदर कुमार उर्फ अमन (27 वर्ष) के रूप में बताई।
इस पर एफआईआर नंबर 20, दिनांक 08.03.2025, एनडीपीएस एक्ट के तहत थाना-49, चंडीगढ़ में मामला दर्ज किया गया। आगे की पूछताछ में अमन ने खुलासा किया कि उसने यह ड्रग्स दीपक थापा उर्फ कांचा (26 वर्ष) से खरीदी थी, जो चंडीगढ़ के सेक्टर-38 वेस्ट का रहने वाला है। इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने दीपक थापा को गिरफ्तार कर लिया और उसके पास से ₹4,40,000/- ड्रग मनी बरामद की।
दीपक थापा उर्फ कांचा का आपराधिक रिकॉर्ड
दीपक थापा का नाम लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा हुआ है। वह पहले भी अपहरण, हत्या, हत्या के प्रयास और एनडीपीएस एक्ट के कई मामलों में शामिल रह चुका है।
- 2017: चंडीगढ़ के मलोया थाना में एफआईआर नंबर 201 के तहत धारा 147, 148, 149, 341, 323, 307, 506 आईपीसी में मामला दर्ज था।
- 2018: उसने अपने गैंग के 3-4 साथियों के साथ नयागांव से एक व्यक्ति का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी थी। इस पर एफआईआर नंबर 174, धारा 302 आईपीसी, पीएस-एसआरपी दर्ज किया गया था।
- 2024: उसे एफआईआर नंबर 01, एनडीपीएस एक्ट, पीएस-एएनटीएफ, चंडीगढ़ के तहत गिरफ्तार किया गया था, लेकिन 15-16 दिन पहले जमानत पर रिहा हुआ था।
आगे की जांच और बरामदगी
पुलिस रिमांड के दौरान दीपक थापा ने खुलासा किया कि उसने एक देशी पिस्तौल (देसी कट्टा) और 1 जिंदा कारतूस सेक्टर-33 के मंदिर के पीछे छिपा रखा था। पुलिस ने मौके पर जाकर इसे बरामद किया और आर्म्स एक्ट की धारा 25-54-59 के तहत मामला दर्ज किया।
अदालत में पेशी और न्यायिक हिरासत
दोनों आरोपियों को 08 मार्च 2025 को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 1 दिन का पुलिस रिमांड मिला। फिर 09 मार्च 2025 को तीन दिन का और रिमांड लिया गया। रिमांड की अवधि समाप्त होने पर 11 मार्च 2025 को दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
बरामदगी का विवरण
क्रम संख्या |
आरोपी का नाम |
बरामद सामग्री |
1 |
नरिंदर कुमार उर्फ अमन |
50 ग्राम हेरोइन, स्प्लेंडर मोटरसाइकिल |
2 |
दीपक थापा उर्फ कांचा |
₹4,40,000/- ड्रग मनी, देशी कट्टा, 1 जिंदा कारतूस |
चंडीगढ़ पुलिस का बयान
एसपी (ऑपरेशन) गीतांजलि खंडेलवाल, डीएसपी ऑपरेशन विकास श्योकंद और इंस्पेक्टर रंजीत सिंह की टीम ने इस सफलता को हासिल किया। चंडीगढ़ पुलिस ने कहा कि अपराध और ड्रग्स के खिलाफ अभियान जारी रहेगा, और शहर में नशे के कारोबार को पूरी तरह खत्म करने के लिए और कड़े कदम उठाए जाएंगे।
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