चंडीगढ़ में पेंशन वृद्धि पर नहीं आया कोई प्रस्ताव, सांसद तिवारी ने जताई नाराजगी
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 11 मार्च – चंडीगढ़ के सांसद तिवारी ने संसद में सामाजिक सुरक्षा पेंशन, विशेष रूप से वृद्धावस्था पेंशन और विकलांग पेंशन, के संबंध में एक सवाल पूछा। उनके सवाल के जवाब में सरकार ने बताया कि चंडीगढ़ प्रशासन ने वर्ष 2011, 2012 और 2016 में विभिन्न श्रेणियों की पेंशनों में संशोधन के लिए कोई प्रस्ताव केंद्र सरकार को नहीं भेजा है।
सांसद तिवारी ने इस स्थिति पर नाराजगी जताते हुए इसे चंडीगढ़ के गरीब और जरूरतमंद नागरिकों के साथ अन्याय करार दिया। उन्होंने कहा कि पंजाब और हरियाणा में समय-समय पर पेंशनों की समीक्षा होती है, जबकि चंडीगढ़ में यह प्रक्रिया रुकी हुई है।
"यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रशासन ने सबसे कमजोर वर्गों की पेंशन को पंजाब और हरियाणा के स्तर तक लाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया। मैं इस मुद्दे को मजबूती से उठाऊंगा और पेंशन में संशोधन के लिए प्रशासन पर दबाव बनाऊंगा," तिवारी ने कहा।
विशेषज्ञों का कहना है कि चंडीगढ़ में बढ़ती महंगाई के बावजूद पेंशन दरें कई वर्षों से स्थिर हैं, जिससे गरीब और जरूरतमंद लोग प्रभावित हो रहे हैं। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मुद्दे पर क्या कदम उठाता है।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here →
Click to Follow हिन्दी बाबूशाही फेसबुक पेज →