नगर निगम का वित्तीय संकट: होली पर फीका पड़ा कर्मचारियों का रंग;
तनख्वाह न मिलने से हज़ारों कर्मचारी परेशान
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 11मार्च। चंडीगढ़ नगर निगम में वित्तीय संकट गहराता जा रहा है, जिससे हज़ारों कर्मचारी वेतन न मिलने के कारण आर्थिक तंगी झेल रहे हैं। होली का त्योहार, बच्चों की किताबें-फीस, घर का खर्च और लोन की किश्तों को लेकर कर्मचारी चिंता में हैं।
पार्षद प्रेमलता ने मेयर हरप्रीत बबला की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि वे निगम के वित्तीय संकट को संभालने के बजाय फोटो सेशन्स में व्यस्त हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार से 92 करोड़ के पैकेज की घोषणा के बावजूद अब तक कोई फंड नहीं आया, जिससे सफाई व्यवस्था चरमरा गई है और सड़कें बदहाल हो गई हैं।
सफाई कर्मचारी बिना वेतन कर रहे काम
पार्षद प्रेमलता ने सफाई कर्मचारियों को सलाम करते हुए कहा कि बिना वेतन भी वे शहर को साफ रखने में लगे हैं, लेकिन उन्हें अपने और अपने परिवार के भरण-पोषण की चिंता सता रही है।
"काम नहीं हो रहा तो इस्तीफा दें मेयर"
प्रेमलता ने कहा कि अगर मेयर और भाजपा ने मेयर चुनाव में जितनी ताकत लगाई थी, उतनी निगम के कामकाज में लगाई होती तो हालात इतने खराब न होते। उन्होंने मांग की कि अगर मेयर अपनी जिम्मेदारी निभाने में असमर्थ हैं, तो उन्हें पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
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