नायब सैनी के मुख्यमंत्री बनने के एक साल पूरा होने पर विशेष:
जनता, मोदी और मनोहर की उम्मीदों पर खरे उतर रहे नायब सैनी
एक साल में नायब ने बना दिया नायाब हरियाणा
सरकार की सदभाव-समभाव की सोच से प्रदेश में हो रहे नायाब काम जातिगत राजनीति का मिथक भी टूट रहा, स्थापित हो रहे नए आयाम
बाबूशाही ब्यूरो
चंडीगढ़, 11 मार्च।
भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय विचारधारा और सामाजिक मूल्यों को महत्व देने वाली पार्टी है। हरियाणा प्रदेश में लगातार 10 साल तक मनोहर शासन देने के बाद राजनीतिक इतिहास को बदलते हुए लगातार तीसरी बार सत्ता हासिल करके भाजपा ने नायाब काम किया है। दरअसल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सबका साथ- सबका विकास की सोच को आगे बढ़ाते हुए जो जिम्मेदारी मनोहरलाल ने बखूबी निभाई। इसके बाद वर्ष 2024 में आज ही के दिन 12 मार्च को हरियाणा की राजनीति में केंद्रीय नेतृत्व ने एक बड़ा बदलाव करते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल को केंद्र में बड़ा दायित्व देने के निर्णय के साथ ही हरियाणा में नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया था। जिसके बाद नायब सैनी ने अपने मिलनसार और हंसमुख व्यवहार तथा केंद्रीय नेतृत्व के सहयोग से वह करके दिखा दिया, जिसकी उम्मीद के साथ उन्हें मुख्यमंत्री बनाया गया था। तमाम तरह के समीकरणों को नकारते हुए अक्तुबर माह में संपन्न विधानसभा चुनावों में भाजपा ने लगातार तीसरी बार हरियाणा की सत्ता हासिल कर ली। मार्च 2024 में भाजपा ने जिस तरह अचानक से मुख्यमंत्री चेहरे में बदलाव किया, तो एकबारगी राजनैतिक गलियारों में तमाम तरह की अटकलें भी गच्चा खा गईं। उसे महज राजनीतिक घटनाक्रम ही नहीं माना जा सकता है। असल में इसके पीछे की कहानी सुझ-बुझ से गढ़ी गई है। इसमें पर्दे के पीछे की कहानी काफी मनोहर है जिसमें नायक की जिम्मेदारी मिली नायब सैनी को।
भारतीय जनता पार्टी सभी वर्गों को पर्याप्त प्रतिनिधित्व देने का काम करती है। सामाजिक समरसता के भाव से से देश में नरेन्द्र मोदी के आदर्शों पर चलते हुए हरियाणा की भाजपा सरकार ने पहले मनोहरलाल और अब नायब सिंह के नेतृत्व में हरियाणा प्रदेश में 2014 से चल रही सरकार ने अनेकों कीर्तिमान स्थापित किए हैं। उससे पहले तक हरियाणा राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने की कोई कल्पना भी नहीं कर रहा था। तमाम विरोधी दल भाजपा पर धर्म एवं जाति की राजनीति करने के आरोप भी लगाते हैं। लेकिन राजनीति की समझ रखने वाले कहते हैं कि भाजपा जाति की राजनीति का मिथक तोड़ती है।
इसका स्टीक उदाहरण 2014 में मनोहर लाल को मुख्यमंत्री बना कर दिया गया जिसके परिणाम सुखद रहे और सरकार द्वारा बखूबी जनहित के फैसले लागू किए गए। मार्च 2024 का वो दिन नायब सिंह सैनी के कर्तव्य निर्वहन भाव को देख भाजपा ने उनको प्रदेश के मुखिया की कमान सौंप दी। नायब सिंह को अगले विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री चेहरा घोषित होने से पार्टी को हरियाणा के समाज ने भी सिर आंखों पर बिठा लिया। मोदी मनोहर रणनीति के कारण राजनैतिक गलियारों के तमाम समीकरणों को ध्वस्त करते हुए नायब सिंह के नेतृत्व में मोदी के निर्देशों को आत्मसात कर भाजपा ने सरकार बना ली। विपक्षी दलों ने आरोप लगाए कि नायब सिंह ने जो वायदे चुनाव में किए हैं, उन्हें वह पूरा नहीं कर पाएंगे, क्योंकि वह स्वतंत्र रूप से फैसले नहीं ले पा रहे हैं, लेकिन नायब सैनी ने शपथ लेते ही अपने फैसलों से जो धमाके किए उनसे तमाम राजनैतिक धुरंधर सुन्न रह गए। नायब जनता के साथ-साथ केंद्रीय नेतृत्व की उम्मीदों पर भी खरे उतरे।
भाजपा ने एक सामान्य किसान परिवार में जन्मे नायब सिंह सैनी को प्रदेश के मुख्यमंत्री की कमान सौंप कर जाति की राजनीति के प्रपंच को ही तौड़ दिया। दरअसल मनोहर लाल ने राजनीति के सकारात्मक पहलु को खूब बढ़ाने का काम किया था। बिना पर्ची- खर्ची के नौकरी देकर पारदर्शी व्यवस्था को कायम किया। भाई-भतीजावाद, क्षेत्रवाद, जातिवाद जैसे मुद्दों पर भी करारी चोट देने का काम किया। हरियाणा की राजनीति के सबसे बड़े रणनीतिकार के रूप में खुद को स्थापित कर चुके मनोहर लाल प्रदेश में नायाब बदलाव के नायक रहे तथा आगे के लिए प्रदेश के मुखिया की जिम्मेदारी अपने शिष्य नायब सिंह को देकर उदाहरण पेश किया। नायब सिंह ने भी मोदी की मनोहर नीतियों का अनुसरण करके दूसरी बार अक्तूबर 2024 में मुख्यमंत्री की शपथ ली।
12 मार्च को नायाब सिंह को बतौर मुख्यमंत्री एक साल होने जा रहा है। इस दौरान उनके मुख्यमंत्री बनते ही लोकसभा चुनाव हुए। जिसके बाद विधान सभा चुनाव हुए। चुनावों में उन्होनें जो वायदे प्रदेश की जनता से किए उनको पूरा करने के लिए उनकी प्रतिबद्दता काबिले तारीफ रही है। एक साल के कार्यकाल में उनके कई फैसले इतने मजबूत रहे जिसने लोकतंत्र के मूल्यों का महत्व रेंखाकित करके दिखा दिया। उनके फैसले बताते हैं कि वह मोदी और मनोहर के भरोषे पर खरे उतरे हैं। देश की राजनीति में अलग मुकाम पर पंहुचे नरेन्द्र मोदी की नितियां प्रदेश को आगे बढ़ने के अवसर मुहैया करवा रही हैं। खुले में शौच-मुक्त अभियान, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, लखपति दीदी, ड्रोन दीदी जैसे अनेंको कार्यक्रमों के शुभारंभ के लिए मोदी ने हरियाणा को ही चुना है। केन्द्र से मोदी के नेतृत्व वाली सरकार से प्राप्त निर्देशों की अनुपालना और नीतियों से कदमताल करते हुए नायब सिंह ठोस फैसले ले रहे हैं।
एक-एक करके नायब सैनी के महत्वपूर्ण फैसलों पर नजर डालते हैं
पारदर्शिता के आधार पर नौकरी
भाजपा ने मनोहर के समय में ही सरकारी सेवाओं में भर्ती होने के लिए सिफारिश और पैसे होने के मिथ को तोड़ने का काम किया था। जिसे नायब सैनी ने बरकरार रखते हुए शपथ लेने से पहले ही 24000 से अधिक युवाओं को नौकरी देने का वायदा पूरा करके राजनीतिक इतिहास को बदल कर रख दिया। पूर्व की कांग्रेस और इनेलो की सरकारों में चुनाव से पूर्व जो भर्तियां लंबित रह जाती थी, बाद में उनको रद्द कर दिया जाता था। जिससे युवाओं में सरकार के प्रति निराशा पैदा होती थी। प्रदेश में एक आम धारणा कायम हो गई थी कि बिना सिफारिश और पैसे के नौकरी नहीं मिल सकती है। लेकिन भाजपा ने इसे अपने एजेंडे में शामिल करके मनोहर लाल के समय से ही काम करना शुरू कर दिया था। नायब सैनी ने चुनाव से पूर्व वायदा किया कि वह शपथ लेने से पूर्व तमाम भर्तियों के परिणाम जारी करेगें। हरियाणा के राजनितिक इतिहास में यह चुनावी वायदा ना होकर सत्य कथन साबित हुआ। नायब सैनी के इस फैसले की चौतरफा सराहना हुई और यह पहली बार हुआ कि चुनाव पुर्व प्रक्रियाधीन भर्ती का परिणाम जारी हुआ।
अन्त्योदय की भावना से काम कर रही नायब सरकार
भाजपा की सरकार अन्त्योदय की भावना से काम कर रही है। समाज के अंतिम व्यक्ति तक लाभ पहुंचे, इसके लिए सरकार योजनाबद्ध तरीके से काम करती है। नायब सिंह के नेतृत्व में मोदी की नीतियों का अनुसरण हो रहा है। प्रदेश में गैस सिलेंडर 500 रूपये का करके रसोई खर्च को निंयत्रित करने का साहसिक कदम नायब सरकार ने उठाया है। मनोहर के समय से ही आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख रूपये प्रति सदस्य का मुफ्त ईलाज की सुविधा दे रही सरकार ने अब सभी मेडिकल कॉलेजों और नागरिक अस्पतालों में डायलिसिस की सुविधा भी निशुल्क लागू करके देश के अन्य राज्यों के सामने उदाहरण पेश कर दिया। नायब सिंह के इस फैसले से अनेकों लोगों को लाभ होना सुनिश्चित है।
किसान – मजदूर के लिए नायाब फैसला
किसान परिवार में जन्में नायब सिंह का परिवार सीमांत किसान की श्रेणी में आता है। प्रदेश के अधिकतर किसान लघू एवं सीमांत किसानों की श्रेणी में ही आते हैं। खेती का काम खुद कर चुके नायब सिंह असल में खेती किसानी को बारिकी से समझते हैं। राजनीति में ऐसे कुछ नेता जिनकी कई पुश्तें खेती छोड़ चुकी हैं, वह किसान होने का दंभ तो भरते रहे ताकि किसानों-मजदूरों के वोट हथिया सकें परन्तु किसान हित में फैसले लेने में उनके हाथ कांपते रहे। हरियाणा की मनोहर सरकार ने पहले ही देश भर में सर्वाधिक 14 फसलों पर एमएसपी दे रही थी। नायब सैनी ने भी ऐतिहासिक फैसला करते हुए प्रदेश में होने वाली तमाम 24 फसलों पर एमएसपी देने का फैसला करके तथाकथित किसान नेताओं के पैरों तले से राजनैतिक जमीन खिसकाने का काम कर दिया। इतना ही नहीं देश में यह फैसला करने वाला हरियाणा पहला राज्य बना और यह साहसिक फैसला करने का काम नायब सिंह ने किया। जिसका सीधा फायदा किसान और मजदूर को होना तय है।
महिलाओं के हित में फैसले
नायब सिंह के एक साल के कार्यकाल में महिलाओं के सम्मान में महत्वपूर्ण फैसले लेकर नायाब उदाहरण पेश किया है। रसोई सिलेंडर 500 रूपये करने का फैसला इस क्रम में महत्वपूर्ण माना जा सकता है। 5 लाख महिलाओं को ड्रॉन दीदी बनाने को सरकार संकल्पबद्ध है। पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण का लाभ देकर भाजपा पहले ही महिला सशक्तिकरण की तरफ कदम बढ़ा चुकी है। हरियाणा के पानीपत से नायब सैनी ने प्रधानमंत्री मोदी से बीमा सखी योजना की शुरूआत करवाकर भी महिलाओं को स्वावलंबी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
वंचित अनुसूचित जाति वर्ग को वर्गीकरण का लाभ
नायब सिंह ने चुनाव पूर्व वायदा किया था कि अनुसूचित जाति वर्ग में ऐसे वर्ग जो संपन्न नहीं हैं तथा आरक्षण का लाभ नहीं ले पा रहे रहे हैं। उनको आरक्षण में वर्गीकरण करके बराबरी के अवसर मुहैया करवाने का वायदा किया था। मुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद उन्होनें यह फैसला लागू करके अनुसूचित जाति पर राजनीति करने वाले नेताओं की राजनीतिक आंच ठंडी करने का काम कर दिया। दरअसल विभिन्न सरकारी रिपोर्ट और आंकड़े यह बता रहे थे कि आरक्षण का लाभ तमाम समुदायों को समान भाव से नहीं मिल रहा क्योंकि कुछ समुदायों के पास पर्याप्त संसाधन ना हो पाने के कारण वह पिछड़ रहे हैं। उसी के अनुसार हुड्डा के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार द्वारा रद्द किए गए वर्गीकरण के फैसले को आंकड़ों की बिसात पर नायब सिंह ने लागू करके ऐतिहासिक फैसला किया।
शामलात भूमि के पट्टेदारों को मालिकाना हक
शामलात भूमि पर 20 वर्षों से काबिज पट्टेदारों को मालिकाना हक देने का फैसला अभूतपूर्व रहा। वास्तविक परिस्थितियों का अध्ययन करके इस फैसले को अधिसूचित करके नायब सिंह ने यह फैसला किया। जिससे 20 वर्षो से काबिज पट्टेदारों के मन से अनिश्चितता का भाव निकल रहा है। खरीफ फसलों के मौसम के असर से कम उत्पादन पर प्रति एकड़ 2000 रूपये देने का फैसला भी ऐतिहासिक रहा। खुद को किसान नेता के रूप में प्रोजेक्ट करने वाले नेताओं ने अपनी सरकार में इस प्रकार के किसान हित के फैसले करने की हिमाकत नहीं की थी। इस फैसले से किसानों के कृषि खर्च को निंयत्रित करने में प्रोत्साहन मिला है।
ट्रेंडिंग में म्हारा सीएम
मार्च 2024 से मार्च 2025 के आगमन तक राजनीति में देश भर में सर्वाधिक ट्रेंडिग में अगर कोई रहा है तो वह नायब सैनी रहे हैं। मुख्यमंत्री की कुर्सी पर विराजमान होते ही उनका हरियाणवी अंदाज, हंसी-मखौल और उनके ब्यान सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर ट्रेंड कर रहे हैं। उनके इस अंदाज की खुब प्रशंसा हो रही है।
प्रथम बार मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होनें कार्यकर्ताओं द्वारा किए जा रहे स्वागत के दौरान कहा कि, “किसी को कोई चितां करने की जरूरत नहीं, किसी को कोई बात हो तो रात के दो बजे भी मुख्यमंत्री निवास आ जाना”। यह छोटी सी क्लिप खूब वायरल हुई। इसी प्रकार एक कार्यक्रम से लौटते हुए जब उनसे पुछा गया कि मुख्यमंत्री बनने के बाद कैसा लग रहा है तो “उन्होनें कहा कि पूरी फिलिंग आ री है”। उनकी यह छोटी सी क्लिप इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हुई और लाखों लोगों ने यह देखी। सबसे खास बात यह रही कि उनके इस अंदाज की गली-मौहल्लों तक चर्चा हुई। असल में आम-जनता को उनका यह हंसमुख व्यवहार प्रभावित कर रहा है। कैथल के एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होने कहा, “कि मैं सीएम हाउस में आपके लिए मंजे(खाट) बिछवा दूंगा”।
भाजपा के इस नायाब बदलाव के बारे में देश - प्रदेश में सर्वाधिक चर्चा हुई है जिसके मनोहर परिणाम आए हैं। चाय की दुकान से लेकर, बैठकें, चौपाल, यहां तक की विपक्षी जनसभाओं एवं कार्यक्रमों में शामिल हो रहे लोग भी उनके व्यवहार के बारे में जमकर चर्चा कर रहे हैं। कुरुक्षेत्र में एक कार्यक्रम में बोलते हुए नायब सिंह ने कहा कि “मुख्यमंत्री वह नहीं हैं, मुख्यमंत्री तो आप हैं”। कार्यकर्ताओं की भावनाओं को वह जिस प्रकार से समझ पा रहे हैं,वह पार्टी के प्रति उनको मेहनत करने के लिए तैयार कर रहा है। सभी के साथ सेल्फी लेने का उनका अंदाज निराला है। उनके इस प्रकार के बयान और यह अंदाज सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे हैं। बीजेपी के कार्यकर्ता ही नहीं बल्कि प्रदेशवासी भी उनके बयानों की चर्चा कर रहे हैं।
विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद उन्होनें कांग्रेस की हार के बाद कहा कि कुछ लोग रेस्ट हाउस में घुस गए थे कि उनकी सरकार आ रही है। इसके अलावा एक बयान में कहा कि घोड़े भी आ गए थे, रथ भी सज गए थे, ढ़ोल वाले भी आ रहे थे। जिस हंसी-ठिठोली के अंदाज में नायब सिंह हरियाणवी में मंचों पर अपनी बातें रख रहे हैं तो वह सोशल मीडिया भी खूब देखी जा रहीं हैं। वह मंच पर जब लोगों से रूबरू होते हैं तो प्रधानमंत्री जी के विजन को मनोहर सोच के साथ जनता के सामने रखते हैं और उनके हरियाणा के प्रति स्नेह को भी व्यक्त करते हैं। कांग्रेस के एक नेता ट्वीट मास्टर हैं जैसे शब्दों का ठेठ हरियाणवी में प्रयोग बड़ी ही बेबाकी से करते हैं। इसके अलावा हरियाणवी कहावतों एवं लोकोक्तियों के माध्यम से आम-जन मानस से सीधा जुड़ जाते हैं। इसलिए कहा जा सकता है कि पिछले एक साल में देश भर में राजनीति में नायब सिंह सर्वाधिक ट्रेंडिग में रहे हैं, इसलिए ट्रेडिंग है म्हारा सीएम।
अपनी मुस्कान से ब्रांड बने नायब
नायब सैनी अब एक नाम नहीं ब्रांड बन चुके है। विरोधियों को भी वो जुबान से नहीं बल्कि अपनी प्यारी सी मुस्कान और अपने काम से जबाव देते हैं। साल 2014 में बीजेपी को प्रदेश में बडी जीत मिली थी जिसके बाद मनोहर लाल लगातार दो बार प्रदेश के सीएम बने, लेकिन मार्च 2024 में मनोहर लाल ने अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले ही बड़ा दिल दिखाया और नायाब सैनी को आगे कर दिया। लोग आज भी मनोहर लाल की इस दरियादिली की तारीफ करते है। सीएम नायब सैनी ने भी कहा था कि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल मेरी उंगली पकड़कर आगे लाए। मुझे पता नहीं था कि सीढ़ी दर सीढ़ी आगे बढ़ते हुए मैं सीएम बनूंगा। सैनी को जब सीएम की कुर्सी मिली तो उनके सामने बहुत सारी चुनौतियां थी लेकिन नायब उन चुनौतियों को पार करके आगे बढता गया। उसने कभी पीछे मुडकर नहीं देखा । नायब का अंदाज,उनकी हंसी,उनका स्टाईल अब उन्हे नायब से नायाब बना रहे है। अपने विरोधियों को भी वो अपना बना रहे है। 12 मार्च 2024 को जब नायब को बड़ी जिम्मेदारी दी गई थी तब हर कोई उन्हे कुछ ही दिनों के सीएम मान रहे थे, लेकिन हरियाणा के सीएम बनते ही जिस तरह से उन्होने ठोस फैसले लिए । हरियाणा वासियों के लिए काम किया वो किसी से छुपा नहीं है। विरोधी भी उन्हे कम आंक रहे थे लेकिन वो धीरे-धीरे लोगों के बीच अपनी पकड़ बना रहे थे। उनके चेहरे पर ना कभी थकान दिखती है ना कभी वो मायूस दिखते है। वो तो लोगों की सेवा-भाव को लेकर आगे बढते चले गए।
राजनीतिक सफर
नायब सैनी का जन्म 25 जनवरी 1970 को अंबाला के पास मिर्जापुर माजरा के एक गांव में सैनी परिवार में हुआ था। उनके पूर्वज मूल रूप से कुरुक्षेत्र के मंगोली जट्टान गांव के रहने वाले थे। उनका परिवार काफी वक्त पहले अंबाला जिले के मिर्जापुर गांव में आकर बस गया था। सैनी ने अंबाला में बीजेपी जॉइन की थी और वे अंबाला में बीजेपी ऑफिस में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर काम कर चुके हैं। फिर वे हरियाणा भाजपा के किसान मोर्चा के महासचिव भी बने। इसके अलावा उन्होंने अंबाला बीजेपी की युवा शाखा में सक्रिय सदस्य के तौर पर काम किया और अच्छे काम के चलते वे मनोहर लाल खट्टर की नज़रों में आ गए। सैनी ने अंबाला में गायों को बचाने के लिए काफी काम किया है।
नायब सिंह सैनी ने 2009 में अंबाला जिले के नारायणगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा लेकिन रामकिशन गुर्जर से हार गए। लेकिन फिर भी एक मिलनसार व्यक्ति के रूप में उनकी पहचान बन गई। 2014 में सैनी ने भाजपा उम्मीदवार के रूप में नारायणगढ़ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और 24,361 वोटों से विजयी हुए। इसके बाद वह हरियाणा सरकार में राज्य मंत्री भी रहे। 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें कुरूक्षेत्र से सांसद के तौर पर चुना गया। साल 2023 में उन्हें भाजपा की हरियाणा इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। 12 मार्च 2024 को बीजेपी ने लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा फैसला लेते हुए नायब सिंह सैनी को हरियाणा का नया मुख्यमंत्री बना दिया। इसके बाद नायब सिंह सैनी ने करनाल से विधानसभा उपचुनाव भी लड़ा और जीत हासिल की। अक्तूबर 2024 के विधानसभा चुनाव में वह लाडवा से चुनाव लड़े और अच्छे मार्जिन से विजयी हुए।
हरियाणा के 57 साल के इतिहास में कोई पार्टी लगातार तीसरी बार सरकार नहीं बना पाई है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने यह कारनाम कर दिखाया। नायब सैनी जनता की उम्मीदों पर खरा उतर सके इसके लिए उन्होने सीएम हाउस के दरवाजे लोगों के लिए खोल दिए। वो दिन रात लोगों की सेवा में लगे रहते है और दिन-रात लोगों से मुलाकात भी करते हैं। उन्होने हरियाणा ही नहीं, बल्कि देश में भी अपनी एक अलग पहचान बना ली है। दिल्ली चुनाव में स्टार प्रचारक बनकर जिस तरफ से कमान संभाली और आप सरकार को आईना दिखाया, उससे साफ हो गया है कि नायब धीरे-धीरे हर जगह अपनी अलग छाप छोड़ रहे हैं। उसी का नतीजा है कि विरोधी भी अब जमकर उनकी तारीफ कर रहे है।
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